छिंदवाड़ा-सिवनी की मांगें अनसुनी
छिंदवाड़ा और सिवनी के यात्रियों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से नागपुर-छिंदवाड़ा-जबलपुर मार्ग पर नई ट्रेनों की मांग की जा रही है, क्योंकि इस मार्ग पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और वर्तमान में मात्र दो ट्रेन की सुविध है। इससे यात्रियों को रेल सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है। व्यापारी वर्ग को समय पर सामान भेजने में दिक्कत हो रही है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी बार-बार रेल मंत्रालय को पत्र भेजा। नई ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग रखी, लेकिन फिर भी निराशा हाथ लगी है।
व्यापार, पर्यटन और रोजगार को नुकसान
रेलवे की इस अनदेखी से छिंदवाड़ा और सिवनी का व्यापार, पर्यटन और रोजगार प्रभावित हो रहा है। छिंदवाड़ा से कारोबारियों और किसानों को सामान भेजने में दिक्कत हो रही है। पर्यटन स्थलों पर आने वाले सैलानियों के लिए भी सीमित ट्रेन सुविधाएं परेशानी का कारण बन रही हैं।
उत्तर, दक्षिण भारत और मुंबई के लिए सीधी ट्रेन नहीं
छिंदवाड़ा और सिवनी जिले के यात्रियों को आज भी उत्तर भारत (लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या), दक्षिण भारत (चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद) और मुंबई जैसे बड़े शहरों के लिए कोई सीधी ट्रेन सुविधा नहीं मिल पाई है। इसके कारण यात्रियों को नागपुर या जबलपुर जाकर ट्रेन पकडऩी पड़ती है, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ जाते हैं।
भोपाल के लिए इंटरसिटी एक्सप्रेस की मांग
स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि लंबे समय से छिंदवाड़ा-भोपाल इंटरसिटी ट्रेन की मांग कर रहे हैं, ताकि राजधानी तक की यात्रा आसान और तेज हो सके। फिलहाल इस रूट मात्र दो ही ट्रेनें हैं, जिससे सरकारी काम, पढ़ाई और कारोबार के लिए भोपाल जाने वाले यात्रियों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।