दिल्ली ने टॉस जीतकर बिहार को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। बारिश की वजह से इस मुकाबले को 42-42 ओवर का कर दिया गया। रघुवेंद्र प्रताप सिंह के नाबाद अर्द्धशतक ( नाबाद 52 रन, 48 गेंद, 6 चौके, 2 छक्के) की बदौलत बिहार ने 42 ओवर में 9 विकेट पर 210 रन बनाए। दिल्ली की ओर से तेज गेंदबाज अखिल चौधरी ने 4 विकेट जबकि प्रिंस यादव 3 विकेट चटकाए।
जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली की टीम 24 ओवर में 5 विकेट पर 109 रन ही बना सकी थी कि तभी बारिश ने मुकाबले में खलल डाला। बारिश की वजह से आगे का खेल नहीं हो सका। इसकी वजह से हार जीत का फैसला VJD मेथड के आधार पर हुआ। बिहार ने दिल्ली से यह मुकाबला VJD मेथड के आधार पर 17 रन से जीत लिया। बिहार के लिए अर्द्धशतक जमाने के बाद रघुवेंद्र प्रताप सिंह ने गेंद से भी कमाल दिखाया और दो विकेट चटकाए। उनके अलावा सूरज कश्यप ने भी विकेट लिए जबकि हिमांशु सिंह ने 1 विकेट झटका।
क्या है VJD मेथड?
बारिश से प्रभावित क्रिकेट मैचों में लक्ष्य स्कोर की गणना करने के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली विधि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डकवर्थ-लुईस नियम (डीएलएस) है। कुछ ऐसी ही वीजेडी पद्धति है, जिसका इसका इस्तेमाल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा सभी घरेलू टूर्नामेंट में बारिश से प्रभावित एक दिवसीय और टी-20 मैचों में लक्ष्य स्कोर की गणना करने के लिए किया जाता है। यह पद्धति डकवर्थ लुईस नियम का एक विकल्प हैं। वीजेडी पद्धति को केरल के एक भारतीय इंजीनियर वी जयदेवन द्वारा इजाद किया गया। सितंबर 2007 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से अनुमोदित किया गया। आईसीसी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय इंजीनियर वी जयदेवन की पद्धति को स्वीकार करने से मना कर दिया था।