अब खेलेंगे सिर्फ 2 मैच
गौतम गंभीर ने कहा, “हम इसमें कोई बदलाव नहीं करेंगे। मुझे लगता है कि बुमराह के वर्कलोड को मैनेज करना हमारे लिए ज्यादा जरूरी है, क्योंकि आगे काफी क्रिकेट खेला जाना है। इस दौरे पर आने से पहले ही यह तय हो गया था कि वह तीन टेस्ट मैच खेलेंगे, लेकिन देखते हैं कि उनका शरीर कैसा रहता है। हमने फिलहाल तय नहीं किया है कि वह कौन से दो अन्य टेस्ट मैच खेलेंगे।” पहली पारी में पांच विकेट चटकाने वाले बुमराह इंग्लैंड की दूसरी पारी में कोई विकेट नहीं निकाल सके थे। बेन डकेट और जैक क्रॉली, जिन्होंने चौथे दिन के अंत में एक मुश्किल दौर का सामना किया, उन्होंने जसप्रीत बुमराह-मोहम्मद सिराज के साथ शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा के खिलाफ संयमित बल्लेबाजी की। इंग्लैंड की दूसरी पारी में प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर ने दो-दो विकेट झटके, जबकि रवींद्र जडेजा को एक सफलता हाथ लगी, लेकिन बुमराह-सिराज खाली हाथ रहे। गौतम गंभीर ने आगे कहा, “पहले, हमारे पास 40 से अधिक टेस्ट मैचों के अनुभव वाले चार तेज गेंदबाज होते थे। यह वनडे या टी20 मैचों में इतना बड़ा प्रभाव नहीं डालता है, लेकिन जब आप टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या दक्षिण अफ्रीका जाते हैं, तो अनुभव मायने रखता है। ये शुरुआती दिन हैं।
उन्होंने कहा, “अगर हम हर टेस्ट के बाद अपने गेंदबाजों का मूल्यांकन करना शुरू कर देंगे, तो हम बॉलिंग अटैक कैसे विकसित करेंगे? बुमराह और सिराज के अलावा, हमारे पास उतना अनुभव नहीं है, लेकिन उनके पास गुणवत्ता है। यही वजह है कि वह इस ड्रेसिंग रूम में हैं। लेकिन हमें उनको सपोर्ट करते रहना होगा, क्योंकि यह सिर्फ एक टूर के बारे में नहीं है। यह एक फास्ट बॉलिंग अटैक बनाने के बारे में है, जो टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक भारत की सेवा कर सकें।”