148 साल के टेस्ट क्रिकेट में पहली बार हुआ
लीड्स में भारत की पहली पारी में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत के बल्ले से शतक आए तो दूसरी पारी में केएल राहुल और पंत ने शतक जड़े। इस तरह टीम इंडिया की ओर पांच शतक बने और फिर भी टीम हार गई। टेस्ट क्रिकेट के 148 वर्ष के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। इससे पहले ये शर्मनाक रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम दर्ज था। 1928-29 की एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के चार बल्लेबाजों ने मेलबर्न में शतक बनाए थे और टीम हार गई थी। उसी मैच में सर डॉन ब्रैडमैन ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक (112 रन) जड़ा था।
बेन डकेट ने खेली 149 रन की उम्दा पारी
लीड्स में 371 रने के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड के लिए जैक क्रॉली और बेन डकेट ने पहले विकेट के लिए 188 रन की अहम साझेदारी कर जीत की मजबूत नींव रखी। जैक क्रॉली 65 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन, पिछली पारी में 62 रन पर आउट हुए डकेट ने 170 गेंद पर 21 चौके और 1 छक्के की मदद से 149 रन की बेहतरीन पारी खेली। पांचवें विकेट के लिए हुई 49 रन की साझेदारी
इन दोनों के विकेट गिरने के बाद पिछली पारी के शतकवीर ओली पोप (8 रन) और हैरी ब्रूक (0) का विकेट 253 के स्कोर पर बैक-टू-बैक गिरा। ऐसा लगा कि भारत मैच में वापसी कर सकता है। लेकिन, जो रुट और कप्तान बेन स्टोक्स ने 5वें विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी कर टीम को संभाला। स्टोक्स 33 रन बनाकर 5वें विकेट के रूप में तब आउट हुए जब टीम का स्कोर 302 था।
बुमराह को नहीं मिला कोई विकेट
इसके बाद जो रूट और जेमी स्मिथ ने कोई विकेट नहीं गिरने दिया और 71 रन की साझेदारी कर टीम को 5 विकेट से जीत दिला दी। रूट 53 और जेमी स्मिथ 44 पर नाबाद लौटे। वहीं, भारत के लिए प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर ने 2-2 और रवींद्र जडेजा ने 1 विकेट लिया। लेकिन जसप्रीत बुमराह को कोई सफलता नहीं मिल सकी।