हालांकि कुछ टीमें इस सीजन उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकीं। उनकी नाकामी की बड़ी वजह उनके स्टार खिलाड़ियों का औसत प्रदर्शन रहा, खास कर वे खिलाड़ी जिन्हें मेगा ऑक्शन में करोड़ों रुपये खर्च कर टीमों ने अपनी स्क्वाड में शामिल किया था। ऐसे में नज़र डालते हैं उन पांच महंगे खिलाड़ियों पर, जिन्होंने फैंस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और पूरे सीजन में पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए।
रविचंद्रन अश्विन (चेन्नई सुपर किंग्स) — 9.75 करोड़
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) में लंबे समय बाद वापसी हुई। फ्रेंचाइज़ी ने उन पर 9.75 करोड़ रुपये की बड़ी बोली लगाकर उन्हें टीम में शामिल किया। उम्मीद की जा रही थी कि चेपॉक की स्पिन फ्रेंडली पिचों पर अश्विन अपना पुराना जादू दोहराएंगे। हालांकि, अनुभवी स्पिनर इस सीजन पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए। अश्विन ने 9 मैचों में महज 7 विकेट हासिल किए और उनका गेंदबाज़ी औसत 40.42 रहा। इतना ही नहीं, उनकी इकॉनमी भी निराशाजनक रही, जो 9.12 रन प्रति ओवर थी। फॉर्म में न होने के कारण टीम प्रबंधन ने उन्हें कई मैचों में प्लेइंग इलेवन से भी बाहर रखा।
मोहम्मद शमी (सनराइजर्स हैदराबाद) — 10 करोड़
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने इस सीजन मेगा ऑक्शन में 10 करोड़ रुपये की भारी रकम देकर अपनी टीम में शामिल किया था। उम्मीदें थीं कि उनका अनुभव और नई गेंद से स्विंग उन्हें SRH का प्रमुख हथियार बनाएगा। लेकिन शमी इस सीजन बुरी तरह नाकाम रहे। शमी ने अब तक खेले गए 9 मैचों में मात्र 6 विकेट चटकाए हैं। उनका गेंदबाज़ी औसत बेहद खराब 56.16 रहा, जबकि इकॉनॉमी रेट 11.23 रन प्रति ओवर जैसी चिंताजनक रही। लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के चलते टीम प्रबंधन ने उन्हें हाल के कुछ मुकाबलों में प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया। ऐसे में शमी का सीजन SRH और उनके फैंस दोनों के लिए निराशाजनक रहा है।
ईशान किशन (सनराइजर्स हैदराबाद) — 11.25 करोड़
आईपीएल 2025 की शुरुआत में तूफानी शतक जड़ने वाले ईशान किशन से पूरे सीजन में बड़ी उम्मीदें थीं। सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 11.25 करोड़ रुपये की मोटी रकम में खरीदा था। लेकिन शुरुआती धमाकेदार प्रदर्शन के बाद ईशान लय में नहीं लौट सके और उनका सीजन औसत दर्जे का रहा। उन्होंने 12 मैचों की 11 पारियों में सिर्फ 231 रन बनाए, वह भी 25.67 की साधारण औसत से। हालांकि, उनका स्ट्राइक रेट 140.85 रहा, जो उनकी आक्रामक शैली को दर्शाता है, लेकिन रन बनाने की निरंतरता की कमी साफ नज़र आई। बड़े प्राइज़ टैग और जिम्मेदारी के बावजूद, ईशान अपनी टीम को शीर्ष पर पहुंचाने में नाकाम रहे, जिससे SRH को अहम मौकों पर नुकसान उठाना पड़ा।
वेंकटेश अय्यर (कोलकाता नाइट राइडर्स) — 23.75 करोड़
आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन में वेंकटेश अय्यर की बोली ने सबको चौंका दिया था। केकेआर ने उन्हें रिकॉर्ड 23.75 करोड़ में दोबारा टीम में शामिल किया, जिससे उन पर प्रदर्शन का भारी दबाव भी आ गया। लेकिन मिडिल ऑर्डर के इस बल्लेबाज़ का बल्ला पूरे सीजन बेहद फीका रहा। अय्यर ने 7 पारियों में सिर्फ 142 रन बनाए, वो भी 20.28 के औसत और 139.21 के स्ट्राइक रेट से। उनके व्यक्तिगत स्कोर 6, 3, 60, 45, 7, 14 और 7 बताते हैं कि वे केवल दो पारियों में ही प्रभाव छोड़ सके, बाकी समय संघर्ष करते नजर आए। इतनी बड़ी रकम के बावजूद टीम को उनके प्रदर्शन से निराशा ही हाथ लगी। मिडिल ऑर्डर में उम्मीद की जा रही थी कि वे पारी को संभालेंगे या तेज़ी से रन बनाएंगे, लेकिन वे निरंतरता और बड़ी पारियों में नाकाम रहे।
ऋषभ पंत (लखनऊ सुपर जायंट्स) — 27 करोड़
आईपीएल 2025 के सबसे महंगे खिलाड़ी ऋषभ पंत को लखनऊ सुपर जायंट्स ने (LSG) ने 27 करोड़ रुपये में खरीदा था। फ्रेंचाइज़ी को उम्मीद थी कि पंत न सिर्फ बल्ले से मैच जिताएंगे बल्कि एक प्रेरणादायक कप्तान के रूप में टीम का नेतृत्व भी करेंगे। लेकिन यह सीजन पंत और एलएसजी दोनों के लिए बेहद निराशाजनक साबित हुआ। बल्लेबाज़ी की बात करें तो पंत ने 13 मैचों में 13.72 की औसत और 107.09 के स्ट्राइक रेट के साथ सिर्फ 151 रन बनाए। यह आंकड़े उस खिलाड़ी के लिए चौंकाने वाले हैं जो कभी टीम इंडिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज़ों में गिने जाते थे। उनका बल्ला पूरे सीजन खामोश रहा, और उन्होंने कोई भी प्रभावशाली पारी नहीं खेली।
कप्तानी के मोर्चे पर भी पंत विफल रहे। एलएसजी ने टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन टीम निर्णायक मौकों पर हार गई और प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई। रणनीतिक फैसलों की कमी और पंत के व्यक्तिगत प्रदर्शन की विफलता ने टीम की संभावनाओं को गहरा नुकसान पहुँचाया।