केरल ने सचिन बेबी के रूप में सुबह की दूसरे ही गेंद पर विकेट गंवा दिया था। उन्हें बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ अरज़ान नागवसवाला ने आर्या देसाई के हाथों स्लिप में आउट कराया। इसके बाद लगभग 63 ओवर तक अज़हरुद्दीन और सलमान निज़ार ने गुजरात के गेंदबाज़ों को काफ़ी परेशान किया। निज़ार इस मुकाबले में उतरने से पहले 112 नाबाद, 44 नाबाद और 150 रन की पारियां खेल चुके थे। इस साझेदारी के दौरान गुजरात के पास अज़हरुद्दीन को 74 के स्कोर पर आउट करने का दुर्लभ मौका था लेकिन वह उसे नहीं भुना पाए। नागवसवाला की गेंद पर ज़ोरदार एलबीडब्ल्यू की अपील हुई, लेकिन रिव्यू नहीं लिया गया, जबकि रिप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप्स पर लग रही थी। यह केरल की ओर से दिए गए गिने-चुने हाफ़ चांस में से एक था।
छठे विकेट के लिए 149 रन की साझेदारी तब टूटी जब निज़ार को बाएं हाथ के स्पिनर विशाल जायसवाल ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। इसके बाद पदार्पण कर रहे अहमद इमरान ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की पहली ही गेंद को कवर बाउंड्री के बाहर पहुंचाया। उन्होंने 24 रन बनाए, लेकिन दिन के अंत में नागवसवाला की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हो गए।
500 के पार पर केरल की नज़र
दिन का खेल ख़त्म होने तक अज़हरुद्दीन और आदित्य सरवटे ने कोई और नुक़सान नहीं होने दिया। केरल की नज़रें अब 500 के पार पहुंचने पर होंगी, जबकि थका हुआ गुजरात का गेंदबाज़ी आक्रमण यह जानते हुए मैदान से लौटा कि अगर उन्हें मुक़ाबले में बने रहना है, तो उन्हें अपनी बल्लेबाज़ी के दौरान केरल के एक बड़े स्कोर का जवाब देना होगा।