सूर्यकुमार ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 86 गेंद पर दो छक्के और आठ चौके की मदद से 70 रन बनाए। इस मैच की पहली पारी में सूर्या कुछ खास नहीं कर पाये थे और मात्र 9 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे। ऐसे में सूर्यकुमार की यह ताबड़तोड़ पारी उन्हें आत्मविश्वास देगी, वे लंबे समय से फ्लॉप चल रहे थे और रन के लिए संघर्ष कर रहे थे।
इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में सूर्य का बुरा हाल था। भारतीय कप्तान ने पांच पारियों में 5.6 के शर्मनाक औसत से मात्र 28 रन बनाए थे। यह उनके करियर में तीन या उससे ज्यादा मैच की टी20 सीरीज में दूसरे सबसे शर्मनाक प्रदर्शन था। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई चार मैच की सीरीज में उन्होंने चार पारियों में 8.66 की औसत से 26 रन बनाए थे। यह किसी भी भारतीय कप्तान का टी20 सीरीज में सबसे खराब औसत है।
रणजी मुक़ाबले की बात करें तो सूर्या ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 129 रन जोड़े और मुंबई को मुसीबत से बाहर निकाला। सूर्य जब बल्लेबाजी के लिए आए थे तब मुंबई 100 रन पर तीन विकेट खो चुका था। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक मुंबई ने चार विकेट पर 278 रन बना लिए हैं। रहाणे 88 और शिवम दुबे 30 रन बनाकर क्रीज़ पर हैं।