मॉडल कॉलेज में इस बार अलग-अलग विषयों के लिए ७०० सीट ओपन की गई थीं। इनमें से महज ७ सीटों पर ही पहले चरण के बाद एडमिशन हो सके थे, जबकि दूसरे चरण के भी यहां संख्या ज्यादा नहीं बढ़ सकी है। इस कॉलेज में इस बार ६० सीटें बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स (बीबीए) के लिए भी रखी थी। जिले में बीबीए पाठ्यक्रम की केवल मॉडल कॉलेज में ही सुविधा दी गई थी।
मॉडल कॉलेज में कहने के लिए ४२ शैक्षणिक व २५ अशैक्षणिक पद स्वीकृत हैं, लेकिन मौजूदा समय में प्राचार्य, तीन विषय संस्कृत, गणित और राजनीति के रेग्युलर प्रोफेसर और १० अतिथि विद्वान पदस्थ है। इसके अलावा एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। इन सभी के वेतन, बिजली बिल सहित अन्य खर्चों को मिलाकर करीब ९ लाख का खर्च इस कॉलेज पर हर माह हो रहा है।
-२०२३-२४ में ९ एडमिशन
-२०२४-२५ में २७ एडमिशन
२०२५-२६- में अब तक ७ एडमिशन
- १० एकड़ में बना है कॉलेज
- ७०० सीट प्रवेश के लिए है कॉलेज में
कॉलेज में एडमिशन विद्यार्थी नहीं ले रहे हैं। जिसके कारणों की लगातार समीक्षा की जा रही है। इस बार कॉलेज चलो, संपर्क अभियान भी स्कूल-स्कूल जाकर चलाया गया। साथ ही बीबीए की जानकारी भी दी गई, इसके बाद भी बच्चों ने कॉलेज चॉइस नहीं किया है।
कीर्तिकाम दुबे, प्राचार्य मॉडल कॉलेज दमोह