जबलपुर किया रेफर
वहीं, हादसे में दो अन्य मजदूर राजेश उर्फ रामू रैकवार और धर्मेंद्र रजक गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर रेफर कर दिया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
गांव में मातम, परिजनों का बुरा हाल
हादसे के बाद रोशन और धीरेंद्र चक्रवर्ती के घरों में मातम का माहौल है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। धीरेंद्र चक्रवर्ती के चाचा धनीराम ने बताया कि धीरेंद्र अपने घर का इकलौता चिराग था, जो नाबालिग होने के बाद भी अपने परिवार के लिए भरण पोषण करने ट्रैक्टर चलाता था। कुछ समय पहले ही धीरेंद्र के पिता की सर्पदंश की वजह से मौत हो गई थी। इसके बाद धीरेंद्र और मां व दो बहने ननिहाल में रहने लगे थे।
हादसे के बाद चक्का जाम
दुर्घटना की खबर लगते ही मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण और मृतकों के परिजन पहुंच गए। गुस्साए लोगों ने हरदुआ बस स्टैंड के पास सड़क पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित भीड़ ने ट्रक चालक की तत्काल गिरफ्तारी और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। मौके पर करीब डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन हुआ और सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जब तक प्रदर्शन चला, तब तक दोनों ओर का यातायात ठप रहा। इधर, मामले की सूचना मिलने पर नोहटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझाइश देकर शांत कराया। हालांकि प्रदर्शन रोकने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने ट्रक चालक को शीघ्र पकडऩे का आश्वासन दिया है। वहीं ट्रक को मौके से पुलिस थाना परिसर लाकर खड़ा करा दिया गया है। थाना प्रभारी के अनुसार ट्रक चालक की पहचान की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।