’ लड़की की गोद भराई रस्म को पूर्ण रूप से बंद किया गया है।
’ टीका प्रथा में सीमित व्यक्ति ही पहुंचेंगे।
’ अब शादियां दिन में की जाएंगी।
’ जन्मदिन मनाने पर पूर्ण पाबंदी की गई है।
’ दूल्हे की निकासी, घोड़ी चढ़ाई, पैदल यात्राएं, कुआं पूजन सभी में डीजे बंद किया गया है।
’ शादियों में निमंत्रण पत्रों को सोशल मीडिया व फोन के जरिए भेजा जाएगा और घर पहुंचाने पर पाबंदी होगी।
’ भैया दूज मनाने पर भी समाज के लोगों ने पाबंदी लगाई है।
’ सोशल मीडिया पर अश्लील रील व अश्लील वीडियो पोस्ट करने वालों पर भी समाज ने पाबंदी लगाई है।
’ किसी व्यक्ति की मौत हो जाने के दिन वहां पर एक धोती लेकर संबंधित व्यक्ति पहुंचेगा।
’ बहन.बेटियों के विवाह में भात पहरानवी के बाद तिलक करते समय भाइयों को नारियल.बताशे नहीं देंगे।
’ शादी समारोह में तोरण के समय आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया गया है।
’ समाज में होने वाले अंधविश्वासए पाखंडवादए यज्ञए पैदल यात्राएं व भंडारों पर भी प्रतिबंध रहेगा।
’ युवा पीढ़ी जो नशे की ओर अग्रसर हो रही है उस पर भी प्रतिबंध रहेगा।
’ गंगा स्नान करके आने पर जो बहन.बेटियों की पहरावनी पर रोक लगाई गई।
’ सगाई के लिए लड़की देखने के लिए बेटा पक्ष अपने बेटे को साथ लेकर दोनों के घरों को छोड़कर तीसरी जगह लड़की देखने जाएगा। लड़का.लड़की एक.दूसरे से संतुष्ट होंगे तब दोनों के साथ एक.एक महिला.पुरुष पहुंचेंगे।
’ बहन.बेटियों के जामने में तीन बेस ही देने होंगे और साथ में 1100 रुपए, इससे ज्यादा देने वाला व्यक्ति को दण्डित किया जाएगा।