महाशिवरात्रि का महत्व
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन रात्रि के चार प्रहरों में शिवलिंग का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही महादेव और मां पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें
महाशिवरात्रि के दिन प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। गंगाजल मिले जल से स्नान करना शुभ माना जाता है।
व्रत का संकल्प लें
इस दिन उपवास का संकल्प लेकर भगवान शिव का ध्यान करें। जो लोग पूर्ण उपवास नहीं रख सकते, वे फलाहार कर सकते हैं।
शिवलिंग का जलाभिषेक करें
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग का जल, दूध, शहद, दही, घी, गंगाजल और बेलपत्र से अभिषेक करें। पंचामृत से अभिषेक करने का विशेष महत्व है। बिल्वपत्र, धतूरा और आक के फूल चढ़ाएं
भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा और आक के फूल अत्यंत प्रिय होते हैं। इस दिन शिवलिंग पर ये अर्पित करना बहुत शुभ होता है।
मंत्र जाप करें
महाशिवरात्रि के दिन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही, महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने से विशेष लाभ मिलता है। रात्रि जागरण करें
इस दिन रात्रि जागरण करना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। चार प्रहर की पूजा करना विशेष रूप से फलदायी होता है।
शिव पुराण का पाठ
महाशिवरात्रि पर शिव पुराण, शिव तांडव स्तोत्र और महाशिवरात्रि व्रत कथा का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आरती और भोग अर्पण करें
पूजा के अंत में भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद अर्पण करें। इस दिन केसर मिश्रित दूध, भांग और पंचामृत का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
महाशिवरात्रि व्रत के लाभ
इस दिन व्रत रखने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान शिव की कृपा से सभी प्रकार के कष्ट और पाप नष्ट हो जाते हैं। ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है। स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है।
महाशिवरात्रि पर ध्यान रखे ये बातें
शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए। कुमकुम और सिंदूर शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए। टूटे हुए बेलपत्र चढ़ाने से बचें। भगवान शिव को कभी भी नारियल का जल अर्पित न करें। महाशिवरात्रि भगवान शिव की भक्ति और आराधना का विशेष पर्व है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। अगर आप भी इस महाशिवरात्रि पर उपरोक्त विधि से पूजा करेंगे, तो निश्चित ही महादेव प्रसन्न होकर आपकी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे।
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