dholpur. ग्वालियर स्वास्थ्य विभाग की टीम की सूचना पर धौलपुर राजस्थान में कार में महिला का गर्भपात करते पंकज तिवारी निवासी हड़बांसी थाना बागचीनी, चालक गोविंद निवासी धौलपुर के साथ को रंगे हाथों पकड़ा गया। सिविल लाइन थाना मुरैना पुलिस ने मामला दर्ज किया। शनिवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। यहां से आरोपी पंकज तिवारी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। वहीं चालक को जेल भेज दिया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम में ग्वालियर की डॉ.विंदु सिंहल, डॉ.रश्मि मिश्रा, डॉ.प्रबल प्रताप, डॉ.संजय जोशी के साथ मुरैना से डॉ.अनुभा माहेश्वरी शामिल रही। टीम ने आरोपी के कब्जे से पोर्टेबल मशीन व मोबाइल जब्त किया है। पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल निकाल रही है। डिटेल आते ही इस बात का खुलासा होगा कि गर्भपात के खले में कौन कौन शामिल थे। इससे इस बात का भी खुलासा हो जाएगा कि अभी तक कितनी महिलाओं का गर्भपात कर चुका है।
पीसीपीएनडीटी समिति पर उठे सवाल अवैध गर्भपात रोकने मुरैना में पीसीपीएनडीटी समिति बनी हुई है। लेकिन गर्भपात के अवैध मामले ग्वालियर की ओर से ही पकड़े जा रहे हैं। पूर्व में भी ग्वालियर की पीसीपीएनडीटी समिति संजय कॉलोनी मुरैना से अवैध गर्भपात का मामला पकड़ चुकी है। पंकज तिवारी की भी लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि यह गाड़ी में ही गर्भपात करता है लेकिन मुरैना का स्वास्थ्य विभाग और समिति उस पर शिकंजा नहीं कस सकी। पंकज तिवारी का नेटवर्क ग्वालियर से आगरा तक पसरा है।
धौलपुर स्वास्थ्य विभाग टीम को नहीं लगा सुराग… एमपी की टीम ने धौलपुर में आकर कार्रवाई की और आरोपित फर्जी डॉक्टर को पकड़ कर ले गई। लेकिन धौलपुर के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। बता रहे है ंकि धौलपुर जब स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने आरोपी डॉक्टर को पकड़ा तो उसने भागने के लिए महिला डाक्टरों पर गाड़ी चढ़ाने तक का प्रयास किया। आशा कार्यकर्ता ने भ्रूण लिंग परीक्षण करवाने के लिए 20 हजार रुपए मांगे थे। सौदा 18 हजार में तय हो गया था। इसके बाद प्रशासन की टीम ने महिला एवं बाल विकास की मदद से मुरैना से एक गर्भवती महिला को साथ में लिया और डॉ.रश्मि मिश्रा को उस गर्भवती महिला की ननद बनाकर साथ में भेजा गया।
– आरोपी पंकज तिवारी को चालक समेत धौलपुर से पकड़ा गया था। उसके खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। उसको न्यायालय में पेश करके तीन दिन का रिमांड लिया है। साथ ही मोबाइल की कॉल डिटेल निकाल रहे हैंए जिससे यह खुलासा हो सके कि इस खेल में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
– दीपाली चंदौरिया, सीएसपी