विगत मानसून धौलपुर के लोगों की जान पानी के भंवर में फंसी रही… कारण शहर का ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त न होना। आवाज बुलंद हुई तो जिले से संभाग, संभाग से राजधानी तक गूंज रही। जिसके बाद सरकार के निर्देश के तहत शहर के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने नगर परिषद ने नालों पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम प्रारंभ की। और एक-एक कर नालों से अतिक्रमण को हटाया जा रहा है, मगर मानसून आने में अब दो माह से भी कम का समय बचा हुआ है, लेकिन अभी तक तीन क्षेत्रों शहर, गुलाब बाग और जिरौली के आने वाले 18 नालों के टेण्डर जारी होने के बाद अभी तक वर्क आर्डर जारी नहीं हो पाए हैं। जिस कारण अभी तक इन नालों का सफाई अभियान प्रारंभ नहीं हो सका है। इन तीनों क्षेत्रों के 18 नालों का टेण्डर 60 लाख 96 हजार 987 रुपए में हुआ। तो वहीं मानसून के पानी से ओवरफ्लो होने वाले छितरिया ताल से चम्बल तक कच्चे नाले का निर्माण भी किया जाना है, लेकिन अभी तक नाले निर्माण का कार्य भी प्रारंभ नहीं हो सका है। उधर, नगर परिषद ने गत दिनों पिछले साल अनियमितता बरतने पर एक फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया था।
एक कॉन्ट्रेक्टर पर तीनों टेण्डर तीनों क्षेत्र पुराना शहर, गुलाब बाग और जिरौली का टेण्डर एक ही शर्मा कॉन्ट्रेक्टर के पास है। जिसमें शहर क्षेत्र के 8 नालों का टेण्डर 20 लाख 97 हजार 12 रुपए, गुलाब बाग क्षेत्र के 6 नालों का टेण्डर 27 लाख 22 हजार 574 रुपए और जिरौली क्षेत्र के 4 नालों का टेण्डर 12 लाख 77 हजार 401 में हुआ है। जिनका अभी तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं हो पाया है। जिस कारण सफाई कार्य में विलंब भी हो रहा है। हालांकि राजाखेड़ा बाइपास से काला माता मंदिर तक नाले का निर्माण प्रारंभ हो गया है
कोठी क्षेत्र टेण्डर में किसी को दिलचस्पी नहीं जलनिकासी को दुरुस्त करने परिषद ने नालों की सफाई के लिए चार जोनों के टेण्डर जारी किए थे। जिनमें तीन जानों के टेण्डर खोलो भी जा चुके हैं, लेकिन परिषद के सामने सबसे बड़ी परेशानी कोठी क्षेत्र को लेकर है, क्योंकि अभी तक किसी भी फर्म ने कोठी क्षेत्र के टेण्डर को लेने में अपनी दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इस एरिया में 16 नालों की सफाई होने है जिसका टेण्डर 40 लाख रुपए में खोला जाना है। सबसे बड़ी बात यह है कि यही जोन सबसे ज्यादा जलभराव वाला क्षेत्र भी है, जहां नालों की सालों से सफाई नहीं हुई है। अब देखने वाली बात है कि अभी तक किसी के टेण्डर में दिलचस्पी नहीं लेने से नगर परिषद क्या रास्ता अख्तियार करती है।
खराब संसाधन बन रहे बाधा एक ओर जहां नगर परिषद मानसून से पहले सभी चैम्बरों और नालों की सफाई कार्य की बात कह रही है तो वहीं सुपर सकल मशीनों के खराब होने के साथ बेहतर संसाधनों का अभाव नालों और चैम्बरों की सफाई कार्य में बाधा बन सकता है, क्योंकि छोटी मड पंप मशीन अभी भी खराब हालत में है तो बड़ी सुपर सकल मशीन के उपयोग में भी परेशानी खड़ी होती रहती है।
शहर के नालों की सफाई के लिए तीन क्षेत्रों के टेण्डर खोल दिए गए हैं। जहां सफाई कार्य भी जल्द प्रारंभ किया जाएगा। कोठी क्षेत्र के टेण्डर अभी नहीं खोला गया है। -गुमान सिंह सैनी, एक्सइएन नगर परिषद धौलपुर
किस जोन में कौन सा एरिया शहर क्षेत्र: फव्वारा चौराहा, गंगाबाई बगीची, हरदेव नगर, गौरव पथ, वाटर वक्र्स चौराहा, पुराना शहर, कोटला गेट, पटपरा रोड, स्याही वाली गली, कचहरी पुलिया, मदीना कालोनी, सराय अन्य शामिल हैं।
गुलाब बाग क्षेत्र: गुरुद्वारा, चौपड़ा मंदिर, उमा नगर, नर्सरी, जगदीश तिराहा, सैंपऊ रोड, पोखरा, बाड़ी रोड, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, दारा सिंह नगर, आनन्द नगर अन्य शामिल हैं। जिरौली क्षेत्र: इस जोन में सबसे कम एरिया है। जिसमें राजाखेड़ा बाइपास, जीटी रोड, गोविंद वाटिका, राठौर कालोनी, ओंडेला रोड सहित अन्य क्षेत्र भी हैं।
कोठी क्षेत्र: पुरानी सब्जी मण्डी, लाल बाजार, सुभाष पार्क, गडरपुरा, जगन चौराहा, पुराना पोस्ट ऑफिस चौराहा, स्टेशन रोड सहित अन्य क्षेत्र शामिल हैं।