क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में भारत की यूनिवर्सिटी, आईआईटी, आईआईएम सहित 9 शैक्षणिक संस्थानों ने अपनी जगह बनाई है। आईआईटी दिल्ली ने इलेक्ट्रिकल और
आईआईटी बॉम्बे ने इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की कैटगरी में टॉप 50 में अपनी जगह बनाई है। इसके अलावा आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर, आईआईएम अहमदाबाद, आईआईएम बैंगलोर और जेएनयू ने भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। भारतीय संस्थान चेन्नई का सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज है, जिसे दंत चिकित्सा में 26वां स्थान मिला है, शीर्ष 50 में जगह बनाने वाला भारत का एकमात्र निजी कॉलेज है।
आईआईटी मद्रास की रैंकिंग में गिरावट
ऐसे तो आईआईटी मद्रास ने इस साल भी टॉप 50 में अपनी जगह बनाई है। लेकिन पिछले साल की तुलना में संस्थान की रैंकिंग में गिरावट आई है। आईआईटी मद्रास को पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में 31वां स्थान प्राप्त हुआ है जबकि वर्ष 2024 में संस्थान 16वें स्थान पर था। पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में आईआईटी मद्रास की रैंकिंग पिछले वर्ष के 16वें स्थान से गिरकर 31वें स्थान पर आ गई है।
आईआईटी दिल्ली ने हासिल किया 26वां स्थान
आईआईटी दिल्ली को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में 26वां स्थान मिला है, जिससे यह इस विषय में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला भारतीय संस्थान बन गया। इसके बाद आईआईटी बॉम्बे 28वें स्थान पर रहा। दोनों ही संस्थान ने पिछले साल के मुकाबले अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। जेएनयू ने हासिल किया 29वां स्थान
वहीं डेवलेपमेंट स्टडीज में जेएनयू ने 29वां स्थान हासिल किया है। जेएनयू की इस साल की रैंकिंग में पिछले साल की तुलना में गिरावट देखी गई। पिछले साल जेएनयू की QS World Ranking 20वीं थी।
आईआईएम अहमदाबाद और आईआईएम बैंगलोर की रैंकिंग में आई गिरावट
आईआईएम अहमदाबाद को बिजनेस और मैनेजमेंट स्टडीज में 27वां स्थान मिला है, जबकि आईआईएम बैंगलोर को इसी विषय में 40वां स्थान मिला है। पिछले साल की तुलना में दोनों संस्थानों की रैंकिंग में गिरावट आई है। वर्ष 2024 की रैंकिंग में आईआईएम अहमदाबाद को 22वां स्थान मिला था जबकि आईआईएम बैंगलोर को पिछले साल 32वां स्थान मिला था। वहीं जड