CG News: 5 सालों में हासिल किया था मुकाम
जानकारी के अनुसार घटना उस समय हुई जब संध्या की मां नहाने के लिए गई हुई थीं। इसी दौरान संध्या ने किचन में फांसी लगा ली। जब मां नहा कर आई तो अपनी बेटी के
फंदे से लटका देखा। घर में चीख-पुकार मच गई। पड़ोसी इकट्ठा हुए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। संध्या ने 2020 से वेट लिफ्टिंग में अपने करियर की शुरुआत की थी और महज 5 सालों में उसने यह मुकाम हासिल किया था।
अब तक 6 राज्य स्तरीय और 4 राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। पाटन में 13 जुलाई को होने वाले नेशनल सेलेक्शन ट्रायल के लिए उसका चयन हुआ था। कोच और मैनेजर बताते हैं कि वह जिस कैटेगरी में उतरती थी, वहां दूसरे राज्यों के खिलाड़ी भाग लेने से कतराते थे। उसका आत्मविश्वास, मेहनत और जुनून उसे खास बनाते थे। जिस भी जगह खेलने जाती थी मेडल लेकर आती थी, जिसके चलते काफी कम समय में ही गोल्डन गर्ल की पहचान बना चुकी संध्या का इस तरह जाना हर किसी को झकझोर गया है।
संध्या की कहानी हमेशा प्रेरणा बनकर जिंदा रहेगी
CG News: परिजन गहरे सदमे में हैं। कोच और क्लब के सदस्य भी स्तब्ध हैं। इधर, गरियाबंद एडिशनल एसपी जितेन चंद्राकर ने कहा कि प्रथम दृष्टया जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। संध्या की कहानी हमें यह बताती है कि केवल एक
खिलाड़ी की मौत नहीं, बल्कि एक सपना अधूरा रह जाने की त्रासदी है। संध्या आज भले हमारे बीच नहीं है, लेकिन उसकी चमक और उसकी कहानी हमेशा प्रेरणा बनकर जिंदा रहेगी।