Mahashivratri 2025: माता के चरणों में न्यौता अर्पित किया
अगले बुधवार बाबा की इसी प्रतिकृति को राजा के रूप में पालकी पर बिठाकर शहर भ्रमण कराया जाएगा। मरौदा से शाही पालकी दोपहर 3 बजे केवल जयकारों के साथ निकलेगी। गौरव पथ पर धुमाल गौरी कृपा ग्रुप भगवान के स्वागत में खड़ा होगा। यहां से भक्त बाजे-गाजे के साथ भूतेश्वरनाथ को शहर भ्रमण कराएंगे। तय रूट के मुताबिक पालकी भूतेश्वरनाथ चौक से तिरंगा चौक में महाआरती के बाद सुभाष चौक से बजरंग चौक होते हुए वापस तिरंगा चौक से कचहरी स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंचेगी। यहां पूजन-अनुष्ठान से यात्रा का समापन होगा। शाही पालकी का न्यौता सबसे पहले नगर देवी मां शीतला को दिया गया। इसके लिए आयोजन समिति के सदस्य मंगलवार को मंदिर गए थे। माता के चरणों में न्यौता अर्पित किया। शहर के सभी महाकाल प्रेमियों और आसपास के गांवों के पंच-सरपंचों को भी निमंत्रण भेजने का काम भी जारी है। इसके लिए समिति ने एक हजार से ज्यादा निमंत्रण कार्ड छपवाए हैं।
भिलाई से आ रहा अघोरियों का ग्रुप
शाही पालकी को खास बनाने के लिए भिलाई से अघोरी ग्रुप को बुलाया गया है। इसके 18 मेंबर महादेव-पार्वती, भूत-पिशाच समेत शिवगणों का भेष धरकर पूरी यात्रा में साथ चलेंगे। काली का रूप धारण किए एक कलाकार भी इनमें नजर आएंगी, जो माता के रौद्र रूप का प्रदर्शन करेंगी। इसके अलावा बाइक पर करतबबाजी दिखाने की बात भी कही जा रही है। इसके लिए भी स्टंटबाजी करने वाली टीम बुलाई गई है। पालकी की तैयारी में जुटे ये सेवादार
समिति से अभिषेक तिवारी, यश मिश्रा, निकेश सिन्हा, नमन सेन, मानव निर्मलकर, दानेंद्र चौहान, संदीप तिवारी, जय पटेल, प्रांजल साहू, आशीष सिन्हा, आशीष देवांशी, शुभम देवांशी, धैर्य दासवानी, वंश दासवानी, अंकित देवांगन, प्रशांत राठौर, ओंकार सोनी, अमन सारवा, रोमी सिन्हा, रोहन सिन्हा, अनुराग सोनी, पीयूष सिन्हा, विकास यदु, श्रेयांश सोनी, नमन सिन्हा, पंकज पाटिल, राहुल देवांगन, अजय राठौर आदि।
45 किलो की पालकी उठाकर 8 किमी घूमेंगे
स्टील से बनी भगवान की पालकी के बारे में बताते हैं कि इसका वजन 35 किलो के करीब है। मिट्टी से बनी भगवान भूतेश्वरनाथ की मूर्ति, पूजन-श्रृंगार सामग्रियों को मिलाकर पालकी का कुल वजन 45 किलो से ऊपर होगा। मरौदा से लेकर शहर भ्रमण और कचहरी पहुंचकर समापन तक पालकी 8 किमी घूमेगी। इस पूरी यात्रा के दौरान भक्त लगातार कंधे बदलकर भगवान की पालकी उठाएंगे। समिति ने अपनी ओर से
60 भक्तों को इस काम पर लगाया है। दर्शन को शहरभर के भक्त जुटेंगे, तो जाहिर है कि पालकी उठाने वालों की संया और बढ़ेगी। इसके अलावा कई भक्त अपने घरों के सामने पालकी रोककर आरती उतारने की तैयारी में भी हैं।
सुरक्षा में पुलिस व तैनात
Mahashivratri 2025: उज्जैन में बाबा की शाही सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजामों के बीच निकलती है। इसे देखते हुए समिति ने पालकी के लिए भी स्थानीय पुलिस से कुछ जवान मांगे हैं। बाहर से बाउंसर भी बुलवाए हैं।