Rajim Kumbh Mela 2025: इंतजामों की हो रही जमकर तारीफ
मेला आयोजन को सफल बनाने विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी पूरी लगन, निष्ठा और मेहनत के साथ काम कर रहे हैं, जिसके कारण मेले का स्परूप बहुत ही व्यवस्थित और बहुआयामी हो गया है। विशाल मुख्या मंच में कलाकारों सहित आए हुए अतिथियों के लिए पर्याप्त जगह बनाई गई है, ताकि
कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने में किसी प्रकार की तकलीफ न हो। इसी प्रकार दर्शकों के बैठने 5 हजार से अधिक कुर्सियां लगाई गई है।
भीड़ के मद्देनजर इस बार नए मेला मैदान में कुंभ कल्प का आयोजन किया गया। मेले में पहुंचे महासमुंद के नागेश साहू, दुर्गेश, कोमल, पुरेन्द्र ने बताया कि हम लोग हर साल राजिम मेला घूमने आते हैं। इस बार मेले की सजावट और व्यवस्था देख हम खुश हैं।
शिवरीनारायण से ओखरा बेचने आई महिला ने बताया कि पिछली बार एक लाख का व्यवसाय किया। इस बार भी अच्छी आमदनी की उमीद है।
श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पानी की उत्तम व्यवस्था
मेला में पहुंचने वाले लोगों की सुविधा को देखते हुए पीएचई विभाग द्वारा पाइप लाइन बिछाकर पूरे मेले मैदान में नल लगाकर पेयजल की व्यवस्था की गई है, जिसके कारण आने वाले सभी
श्रद्धालुओं को पीने के पानी के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। महानदी आरती स्थल से लेकर नवीन मेला मैदान तक लंबी पाइप लाइन बिछाकर थोड़ी-थोड़ी दूर पर टोटी लगाकर पेयजल की व्यवस्था की गई है।
नए मेला मैदान में व्यापारी भी हैं उत्साहित
मेले में आए
व्यापारियों की मानें तो मेले की शुरुआत से ही दुकानदारी ठीक है। हालांकि, वे उमीद के मुताबिक ग्राहकी का उन्हें अब भी इंतजार है। उन्होंने बताया कि शनिवार को व्यापार अच्छा चला। उन्होंने उमीद जताते हुए कहा कि आने वाले दिनों में हमारा व्यापार जरूर बढ़ेगा। खासकर छोटे व्यवसायियों को इस मेले से काफी उमीदे हैं।
रुपए में मिल रहा भरपेट भोजन
मेलार्थियों को स्वादिष्ट और भरपेट भोजन उपलब्ध हो इस बात को ध्यान में रखते हुए शासन-प्रशासन द्वारा भरपूर व्यवस्था की गई है। पूरे मेला मैदान में 53 से ज्यादा दाल भात सेंटर खोले गए हैं। ये दाल भात सेंटर की जिम्मेदारी महिला स्व सहायता समूह को दी गई है। लोगों को मात्र 10 रुपए में स्वादिष्ट गर्म भोजन मिल रहा है। वहीं 20 रुपए में दाल भात के साथ सब्जी और अचार भी दिया जा रहा है। शासन द्वारा इन दाल भात सेंटरों पर बराबर नजर रखी जा रही है, ताकि भोजन की गुणवत्ता और मात्रा पर ध्यान दिया जा सके। दाल भात सेंटर में भोजन करने वालों ने बताया कि उन्हें जिस आत्मीयता और समान के साथ भोजन कराया गया, उससे उनके पेट ही नहीं भरा, खुशी से आत्मा भी तृप्त हो गई। इस व्यवस्था के लिए आने वाले दर्शनार्थियों ने आयोजक टीम की भी काफी प्रशंसा की।