गोंडा जिले के खोड़ारे थाना क्षेत्र में पत्नी ने सुबह पति से खर्चे के लिए रुपये मांगे थे। पति ने हाल ही में दिए गए एक हजार रुपये का हवाला देकर फिलहाल रुपये न होने की बात कही, जिस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। माहौल गरम होता देख अशोक घर से निकल गया। लेकिन किसी को यह अंदेशा नहीं था कि पीछे उसकी पत्नी इतना बड़ा कदम उठा लेगी। पति के जाते ही गीता ने कमरे में जाकर साड़ी से फांसी का फंदा तैयार किया और जीवन लीला समाप्त कर ली। जब तक परिजनों को पता चलता, बहुत देर हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची खोड़ारे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
10 साल पहले हुई थी शादी, दो मासूम बच्चों की मां थी गीता
बलरामपुर जिले के सादुल्लाह नगर थाना क्षेत्र के रामपुर ग्रांट निवासी राधेश्याम की बेटी गीता की शादी करीब एक दशक पहले अशोक कुमार से हुई थी। इस शादी से उनके दो छोटे बच्चे हैं। जिन्हें अब मां की ममता से वंचित रहना पड़ेगा। गीता ने खुदकुशी से पहले अपने बच्चों के भविष्य के बारे में भी नहीं सोचा, जिससे यह सवाल खड़ा होता है कि क्या एक पल की नाराजगी किसी के जीवन से ज्यादा अहम हो सकती है?
मां की सूचना पर पहुंची पुलिस
घटना की खबर लगते ही मृतका की मां झुनमुना देवी ससुराल पहुंची। बेटी की दर्दनाक मौत से उनका रो-रोकर बुरा हाल था। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा रहा।
पुलिस ने शुरू की जांच
खोड़ारे थाना प्रभारी प्रबोध कुमार ने बताया कि महिला की मौत की सूचना पर मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।