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गोंडा

Gonda: मंडलायुक्त ने बैठाई जांच, 19 साल से होती रही अनियमितता हाथ पैर हाथ धरे बैठे रहे जिम्मेदार?

Gonda News: नगर पालिका गोंडा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब जलकर और प्रकाश विभाग में हुई अनियमितता की वर्ष 2006 से जांच के आदेश आयुक्त ने दिए हैं। आयुक्त से यह शिकायत किसी और ने नहीं बल्कि नगर पालिका के पाइपलाइन निरीक्षक ने की है।
जिसके बाद विभाग विभाग में हड़कंप मच गया है।

गोंडाMar 22, 2025 / 07:14 am

Mahendra Tiwari

Gonda News

आयुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील

Gonda News: गोंडा जिले की नगर पालिका गोंडा में तैनात पाइपलाइन निरीक्षक ने खुद अपने ही विभाग में बड़े पैमाने पर 19 सालों से हो रही अनियमित की शिकायत का पुलिंदा आयुक्त को सौंपा है। उसके बाद आयुक्त ने कड़ा एक्शन लेते हुए नगर पालिका के जलकल और प्रकाश विभाग कि वर्ष 2006 से विधिवत जांच कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि सही से जांच हुई तो कई जिम्मेदारों की गर्दन फंस सकती है।
Gonda News: गोंडा जिले की नगरपालिका परिषद गोण्डा में जलकल और प्रकाश विभाग में वर्ष 2006 से अब तक हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच कराई जाएगी। देवीपाटन मंडल के मंडलायुक्त के निर्देश पर प्रावैधिक सम्परीक्षा प्रयोगशाला ऑडिटर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह कार्रवाई जलकल विभाग के पाइप लाइन निरीक्षक मोहम्मद इकबाल द्वारा दर्ज कराए गए शिकायती पत्र के आधार पर की जा रही है। इकबाल ने मंडलायुक्त कार्यालय को जलकल और प्रकाश विभाग में वित्तीय गड़बड़ियों और अनियमितताओं की शिकायत सौंपी थी।
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जांच अधिकारी ने 2006 से लेकर अब तक काका मंगा पूरा विवरण

जांच अधिकारी ने नगरपालिका परिषद को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि वर्ष 2006 से अब तक जलकल और प्रकाश विभाग से संबंधित सभी बिल, वाउचर और वित्तीय दस्तावेजों का सत्यापन किया जाए। साथ ही शिकायत पत्र में उल्लिखित सभी बिंदुओं पर बिंदुवार आख्या एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। ताकि आगे की कार्रवाई हो सके। जांच अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि शिकायत पत्र की छाया प्रति संलग्न की गई है। और तय समय सीमा में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इस जांच से वर्ष 2006 से अब तक की वित्तीय गतिविधियों की पारदर्शिता की समीक्षा होगी। नगर पालिका परिषद में वित्तीय अनुशासन को लेकर यह जांच की जा रही है।

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