Gonda News: जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर उप जिलाधिकारी द्वितीय के नेतृत्व में राजस्व विभाग और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने जांच की। रिपोर्ट में सामने आया कि जहां 25 पेड़ों की कटाई की अनुमति दी गई थी। वहां 60 से अधिक पेड़ काट दिए गए। बिना अनुमति के काटे गए इन पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया गया। जांच में करन वर्मा, अर्जुन वर्मा (पुत्रगण रामसनेही) और राघवदास (पुत्र ननकू) को अवैध कटाई का दोषी पाया गया। जिन्होंने खसरा नंबर 550/3.20580 में यह कटान कराया था।
वन विभाग की रिपोर्ट पर उठे सवाल
शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी ने पहले वन विभाग से रिपोर्ट मांगी थी। विभाग ने कटाई को अनुमति प्राप्त बताया, लेकिन जब जिलाधिकारी को संदेह हुआ तो उन्होंने एसडीएम स्तर से पुनः जांच कराई। जिसमें असल सच्चाई सामने आई।
वन विभाग की गलत रिपोर्टिंग पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए उप प्रभागीय वन अधिकारी को नोटिस जारी किया है। 24 घंटे के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया। डीएम ने सख्त कार्रवाई के निर्देश
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अवैध कटाई रोकने के लिए निगरानी तंत्र को मजबूत करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। उन्होंने वन विभाग को नियमों के तहत कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।