पहली बार नवजात शिशुओं को मिलेगी ऐसी व्यवस्था
गोंडा जिले में पहली बार नवजात शिशुओं के लिए ऐसी आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक कमजोर नवजातों को केवल एनबीएसयू (Newborn Stabilization Unit) में भर्ती किया जाता था, लेकिन केएमसी यूनिट की शुरुआत से माताएं अपने शिशु की देखभाल में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगी। यह व्यवस्था त्वचा से त्वचा के संपर्क (Skin-to-Skin Contact) के जरिए नवजातों को ऊष्मा, पोषण और सुरक्षा प्रदान करेगी।मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट (MNCU) की अनूठी पहल
गोंडा जिले में जिलाधिकारी नेहा शर्मा के प्रयासों से मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट (MNCU) की स्थापना की गई है। जिसमें मां और नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। अब डिलीवरी रूम, बीमार नवजातों के लिए एनबीएसयू और केएमसी यूनिट एक साथ होंगे। जिससे माताओं और नवजातों को अलग-अलग स्थानों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे चिकित्सकीय देखभाल सुचारू होगी और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।इन 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर शुरू हुई सुविधा
सीएचसी खरगूपुर, सीएचसी कर्नलगंज,सीएचसी वजीरगंज,सीएचसी मनकापुर, सीएचसी इटियाथोक, सीएचसी छपिया
सीएचसी कटरा बाजार, सीएचसी नवाबगंज, सीएचसी तरबगंज इसके अलावा, परसपुर, हलधरमऊ, बेलसर, मुजेहना, पंडरी कृपाल, बभनजोत और काजीदेवर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में केएमसी यूनिट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इन केंद्रों पर इस महीने के अंत तक यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।