भीषण गर्मी में विश्वविद्यालय परिसर में पेय व्यवस्था नहीं
अप्रैल माह अपनी समाप्ति पर है और इसी के साथ ग्रीष्म ऋतू अपने चरम की तरफ बढ़ रहा है। गर्मी इतना मानो आसमान से आग बरस रहा हो। इस भीषण गर्मी में विश्वविद्यालय के विद्यार्थी शीतल पेय जल के लिए भटक रहें। इस भीषण गर्मी में भी विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों के पेय जल की समुचित व्यवस्था नहीं है। परिसर में इक्का दुक्का जगह ही पेय जल की व्यवस्था है। विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर लगी टोटीयों में भी पानी का आकाल पड़ा है, कुछ देर पानी देने के बाद वो भी बंद हो जाता है।
ABVP ने लगवाए 15 जल प्याऊ
इस विषय पर गोरखपुर विश्वविद्यालय भी मौन है। विद्यार्थियों ने कहा कि पिछले कई दिनों से शीतल पेय जल की समस्या को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारीयों तक पहुँचाया जा रहा परन्तु इसका कोई खास असर नहीं दिखा, बंद पड़े वाटर कूलर को ठीक कराया गया लेकिन उसे भी हर समय पानी नहीं मिलता।अभाविप गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई द्वारा स्थापित 15 जल प्याऊ से विद्यार्थियों को इस भीषण गर्मी में थोड़ी राहत मिलेगी
SDM अंजनी कुमार
उप-जिलाधिकारी अंजनी कुमार ने परिषद की इस जनकल्याणकारी पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्य समाज में सकारात्मक संदेश देते हैं और युवाओं की संवेदनशीलता को दर्शाते हैं। अभाविप ने उदाहरण प्रस्तुत किया है कि विद्यार्थी संगठन सामाजिक उत्तरदायित्व कैसे निभा सकते हैं।
प्रो. सुषमा पाण्डेय
अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रो. सुषमा पांडेय ने कहा कि यह कार्य परिषद की ‘सेवा ही संकल्प’ भावना का प्रतीक हैं। अभाविप अपने स्थापना काल से ही विद्यार्थी हितो व उनके विकास हेतु कार्य करती आ रही है और भविष्य में भी ऐसे ही जनसेवा कार्य किए जाएंगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष डॉ.विवेक शाही,राज्य विश्वविद्यालय कार्य संयोजक ओंकार, विभाग संगठन मंत्री राजवर्धन, आदित्य प्रताप सिंह, शुभम गोविंद राव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहें।