एक पक्ष को लाभ पहुंचाने के लिए मुंशी ने किया फर्जीवाड़ा
CO खजनी के कार्यालय में तैनात विवेचना मुंशी शनि चौधरी ने छेड़छाड़ व एससी, एसटी के एक मामले में एक पक्ष को लाभ पहुंचाने के लिए उसने पर्यवेक्षण अधिकारी SP साउथ का फर्जी सिग्नेचर बना लिया। मुंशी को सस्पेंड करने के बाद उसके विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। शुक्रवार को इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है।
पेशकार के पकड़ में आया मुंशी का फर्जीवाड़ा
CO खजनी छेड़छाड़ एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज केस की विवेचना कर रहे थे। विवेचना पूरी होने के बाद पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में उसपर SP साउथ जितेंद्र कुमार तोमर का सिग्नेचर होना था। लेकिन मुंशी ने खुद ही SP का सिग्नेचर कर फाइल सीधे कोर्ट भेज दिया। कोर्ट में पेशकार को सिग्नेचर में कुछ अंतर लगा तो उसने फाइल वापस कर दिया और SP साउथ के भी संज्ञान में डाला।
जांच में निकला दोषी, SSP ने किया सस्पेंड
जब SP साउथ को इस मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने गुप्त जांच कराई जिसमें मामला पकड़ में आ गया। इसके बाद SSP के संज्ञान में मामला आया और उन्होंने तत्काल कारवाई करते हुए दोषी मुंशी को सस्पेंड कर उसके विरुद्ध खजनी थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया। यह मुंशी पिछले दो साल से CO खजनी के यहां तैनात है, अब उसके इस दुःसाहस को देख अधिकारियों के भी कान खड़े हो गए हैं, अब इसके दो साल के कार्यकाल की भी जांच कराई जाएगी।