पुलिस के हत्थे चढ़ने से पहले ठगों की टीम पूरा पैसा निकाल कर ठिकाने पर पहुंचा चुके थे। अब पुलिस की नजर प्रयागराज और दिल्ली में ठग गैंग के दूसरे पार्ट पर है। इसलिए पुलिस टीम वहां डेरा जमाए हैं।
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– एमपी की सबसे बड़ी साइबर ठगी में शामिल निजी बैंक की पूर्व मैनेजर समेत 6 गिरफ्तार सुप्रदिप्तानंद स्वामी से आश्रम के तीन खातों का पैसा ऐंठने वाले ठगों के साथ बंधन बैंक की नागदा ब्रांच के सहायक मैनेजर विश्वजीत बर्मन और कैशियर काजल जायसवाल की जुगलबंदी सामने आने से प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहे हैं। विश्वजीत और काजल ने पुलिस के सामने माना है वह साइबर ठगों के नेटवर्क का अहम हिस्सा हैं। सरगना उदयराज ने उनके साथ जुगलबंदी से ठगी का पैसा ठिकाने तक पहुंचाने के लिए बैंक में फर्जी खाते खुलवाए थे। पुलिस का कहना है विश्वजीत और काजल समेत उनकी टोली ने ठगी के धंधे से जुड़े राज तो बताएं लेकिन यह नहीं बताया ठगी का पैसा आखिरी कड़ी में किसके पास पहुंचता है।
इस तरह चली ठगों की घेराबंदी
16 अप्रेल: सुप्रदिप्तानंद ने क्राइम ब्रांच में 2.53 ठगी की शिकायत की 17 अप्रेल: पुलिस ने 52 खाते चिंहित किए, जिनमें सुप्रदिप्तानंद से ऑनलाइन लूटा पैसा ट्रांसफर हुआ 18 अप्रेल: ठगों की पहली लेयर की उज्जैन में मौजूदगी पता चलने पर टीम रवाना 19 अप्रेल: नागदा से बंधक बैंक का सहायक मैनेजर विश्वजीत, कैशियर काजल अग्रवाल समेत छह लोग पकड़े 20 अप्रेल: गिरफ्तार ठगों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया 21 अप्रेल: देशभर के साइबर ठगों से नागदा के ठगों का कनेक्शन सामने आया
22 अप्रेल: प्रयागराज और दिल्ली में ठगों के दूसरे गिरोह की तलाश में टीम रवाना 23 अप्रैल: नागदा से गिरफ्तार ठगों की रिमांड पूरी, सभी आरोपियों को जेल भेजा
यह है मामला
रामकृष्ण आश्रम के सचिव सुप्रदिप्तानंद स्वामी को साइबर ठगों(Gwalior Digital Arrest Case) ने मनी लॉड्रिंग केस में नासिक महाराष्ट्र पुलिस का वांटेड बताकर धमकाया था। उनसे आश्रम के तीन बैंक खातों का ब्यौरा लिया था। इन खातों में जमा 2.53 करोड रूपए को अपने बताए खातों में ट्रांसफर कराया था।
आरोपियों की रिमांड पूरी
नागदा से गिरफ्तार साइबर ठगी के आरोपियों की रिमांड पूरी हो गई। बैंक के सहायक मैनेजर और महिला कैशियर समेत सभी छह आरोपियों को कोर्ट में पेशकर जेल भेजा गया है। गिरोह के सरगना की तलाश में टीम रवाना की जा रही हैं।-श्रीकृष्णलाल चंदानी एएसपी क्राइम ब्रांच