scriptजल जीवन मिशन में ठेकेदार हड़प गए 2.86 करोड़, एमपी में उजागर हो सकता है बड़ा घोटाला | Jal Jeewan Mission Scam in MP Big Game of contractors and officers phe exposed | Patrika News
ग्वालियर

जल जीवन मिशन में ठेकेदार हड़प गए 2.86 करोड़, एमपी में उजागर हो सकता है बड़ा घोटाला

केंद्र शासन से निर्धारित एजेंसी की फर्जी रिपोर्ट तैयार की, अमानक पाइप व सामान लगाया, मुख्य अभियंता ग्वालियर ने कराई थी मुरैना में पीएचई घोटाले की जांच

ग्वालियरMar 06, 2025 / 11:54 am

Sanjana Kumar

jal jeewan mission scam exposed

jal jeewan mission scam exposed

Jal Jeewan Mission Scam: केंद्र सरकार ने गांव में हर घर तक नल से पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन शुरू किया है। मुरैना में 700 करोड़ रुपए का काम किया गया है, लेकिन मुरैना में सीपेट की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर करोड़ों रुपए ठेकेदार हड़प गए। इस घोटाले में पीएचई के कार्यपालन यंत्री सहित मैदानी अधिकारियों की मिली भगत सामने आई है।
जब जल जीवन मिशन के कार्यों की जांच की गई तो सात फर्मों का फर्जीवाड़ा खुल गया। इन फर्मों ने अमानक सामान लगाया और काम भी पूरा नहीं किया और पूरा भुगतान ले लिया। जांच कमेटी ने मुख्य अभियंता पीएचई ग्वालियर को घोटाले रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ है, वह हैरान करने वाला है। चंद फर्मों की जांच में 2 करोड़ 86 लाख रुपए का घोटाला उजागर हो गया। जबकि 700 करोड़ रुपए के काम किेए गए हैं।

दरअसल मुरैना में जल जीवन मिशन में हुए घोटाले की शिकायत मुख्य अभियंता पीएचई ग्वालियर प्राप्त हुई। इस शिकायत की जांच के लिए 12 बिंदु तय किए गए। अधीक्षण यंत्री की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई। इस कमेटी 12 बिंदुओं के आधार पर जांच की। इस जांच में सामने आया कि ठेकेदारों ने सीपेट की फर्जी रिपोर्ट तैयार की और रिपोर्ट भुगतान के साथ जमा कर दी। कार्यपालन यंत्री ने राशि का भुगतान कर दिया।

क्या है सीपेट

केंद्र शासन ने जल जीवन मिशन के कामों की जांच की जिम्मेदारी सीपेट संस्था संस्था को दी है। इस संस्था को जल जीवन मिशन में उपयोग लिए गए सामान व मानक के अनुसार काम किया है या नहीं। इसकी रिपोर्ट पेश करनी होती है। इसी रिपोर्ट के आधार पर भुगतान किया जाएगा, लेकिन ठेकेदारों ने सीपेट की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर भुगतान प्राप्त कर लिया।

पूरे जिले की जांच हुई तो खुल सकता है बड़ा घोटाला


-मुरैना जिले में 700 करोड़ रुपए के काम किए गए हैं। पानी की टंकी व पाइप लाइन बिछाना का काम किया गया है। अलग-अलग फर्मों ने ठेका लिया है। सात फर्मों ने बड़े घोटाले को अंजाम दे दिया। पूरे जिले की जांच होती है तो करोड़ों का घोटाला उजागर हो सकता है।
-रामेश्वर दयाल रावत की फर्म ने फर्जी रिपोर्ट के आधार पर भुगतान लेने की कोशिश की, लेकिन उसे भुगतान नहीं सका।
-पाइपों के परीक्षण के बिना ही भुगतान की अनुशंसा रिपोर्ट तैयार की गई थी।

इन ठेकेदारों ने किया फर्जीवाड़ा

ठेकेदार – भुगतान
-मैसर्स मीरा धाकड़ – 18030445
-हरिसिद्धि कंस्ट्रक्शन – 1892876
-मैसर्स सूरज शर्मा – 1538868
-प्रजाबंधू तिवारी – 830547
-आर्यन कंस्ट्रक्शन – 200000
-राम्या कंस्ट्रक्शन – 366600
-मैसर्स दंडौतिया कंस्ट्रक्शन – 5755386

एफआइआर कराएंगे


जांच कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। सीपेट की फर्जी रिपोर्ट के आधार पर भुगतान लिए गए हैं। ठेकेदारों से राशि वसूल कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएंगे।

-आरएलएस मौर्य, मुख्य अभियंता पीएचई

Hindi News / Gwalior / जल जीवन मिशन में ठेकेदार हड़प गए 2.86 करोड़, एमपी में उजागर हो सकता है बड़ा घोटाला

ट्रेंडिंग वीडियो