ये है मामला
बंशीपुरा में साहूकारी का धंधा करने वाले दिनेश श्रीवास (45) की हत्या हो गई। दिनेश मूलत: गोरमी (भिंड) के रहने वाले थे। तीन साल पहले उन्होंने बंशीपुरा में ब्याज पर पैसे देने का कारोबार शुरू किया था। इसी दौरान डीडीनगर में मकान बनाकर यहां बस गए थे। दिनेश ने बंशीपुरा में सुमन सिंह किरार के मकान में साहूकारी का दफ्तर खोला था। दिनेश की गैरमौजूदगी में सुमन का बेटा साहूकारी का काम संभालता था। रविवार शाम को दिनेश ऑफिस में बैठे थे। मकान मालिक का बेटा शादी में गया था। रात करीब 9.25 मिनट पर दो बदमाश बाइक से आए। दिनेश को ऑफिस से बाहर खींचकर उनके सिर में गोलियां मारीं।
बदला लेने की आशंका
उधर पुलिस का कहना है कि, दिनेश की हत्या देवेन्द्र उर्फ कल्लू किरार और प्रमोद चौहान ने की है। फिलहाल हत्या की वजह सामने नहीं आई है। दिनेश का बेटा रिपुदमन सिंह और जीजा दिलीप श्रीवास भी इस बारे में कुछ नहीं बता पाए हैं। पार्षद की हत्या में जेल से छूटा दिनेश की हत्या में संदेही प्रमोद चौहान करीब 10 साल पहले मुरार में कैंटोमेंट एरिया के पार्षद रहे अब्दुल नसीम की हत्या में भी आरोपी रहा है। कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा है। कुछ समय से दिनेश के साथ उसका उठना बैठना पता चला है। आशंका है दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ है उसका बदला लेने के लिए प्रमोद ने कल्लू किरार के साथ मिलकर उसकी हत्या की है।
हत्याकांड का दूसरा एंगल ये भी
उधर हत्याकांड के दूसरे एंगल में अब्दुल नसीम की हत्या का खाका खींचने वाले की भूमिका भी बताई जा रही है। पुलिस का कहना है अब्दुल की हत्या के मास्टर माइंड का गुर्गा बंशीपुरा में साहूकारी का धंधा जमाना चाहता था। लेकिन दिनेश की वजह से उसका वर्चस्व नहीं बन रहा था। ऑफिस छोडक़र गया था जीजा दिलीप श्रीवास निवासी बंशीपुरा ने बताया दिनेश उनके साले थे। रविवार को वही दिनेश उनके साथ ही ऑफिस आए थे। कार में सीएनजी भरवाना थी इसलिए दिनेश को ऑफिस में छोडक़र पंप तक चले गए। रास्ते में पता चला कि दो लोगों ने गोलियां मारकर दिनेश की हत्या कर दी। आधे रास्ते वापस भागकर बंशीपुरा पहुंचे तब तक हत्यारे भाग चुके थे। दिनेश की लाश उनके ऑफिस के बाहर खून से लथपथ पड़ी थी।
बदल गए कैमरे के एंगल, लोग साध गए चुप्पी
बंशीपुरा में दिनेश की हत्या का मंजर तमाम लोगों ने देखा है। लेकिन सब चुप हैं।दिनेश के मकान मालिक सुमन सिंह और ऑफिस के ठीक सामने घर पर सीसीटीवी लगे हैं। सुमन सिंह के मुताबिक उनके सीसीटीवी वाईपास से चलते हैं। नेट रीचार्ज नहीं था इसलिए कैमरेे बंद है। उधर पुलिस की नजर में सुमन के घर कैमरे का एंगल भी बदला गया है। इसलिए पुलिस सुमन और उसके बेटे को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उसका सीसीटीवी और डीवीआर दोनों जब्त किए हैं।
एसपी बोले इतना मत डरो, कुछ तो बोलो
दिनेश की हत्या पर उनके पड़ोसी और बस्ती वाले चुप्पी साध गए हैं। पुलिस के तमाम पूछने पर कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है। एसपी धर्मवीर सिंह ने लोगों का रवैया देखकर उन्हें नसीहत भी दे दी कि आप लोगों को शर्म आना चाहिए। सरेआम दो हत्यारे घनी आबादी में तमाम लोगों की नजरों के सामने हत्या कर भाग गए। उसके बाद भी कोई हत्यारों के बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं है। इतना क्यों डरते हो? सामने आकर नहीं बोल सकते तो फोन पर बता दो। व्हाट्सएप पर मैसेज कर दो। यह रवैया तो ठीक नहीं है।
दो संदेही फरार, तलाश में दबिश
साहूकार की हत्या में दो संदेहियों के नाम सामने आए हैं। दोनों घरों से फरार हैं। इनमें एक संदेही हाल में जेल से छूटा है। उनकी तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही हैं। -धर्मवीर सिंह यादव, एसपी ग्वालियर