Rajasthan News : हनुमानगंढ़ के पीलीबंगा में राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आह्वान पर व्यापारियों ने 23 से 26 फरवरी तक व्यापार बंद रखने का फैसला किया है। इस दौरान धान मंडी में किसी प्रकार के कृषि जिंस की बोली नहीं करवाने का निर्णय लिया है।
व्यापार मंडल सचिव सर्वजीतसिंह कंग ने बताया कि राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की 12 फरवरी को आयोजित बैठक में व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं का समाधान नहीं होने पर प्रदेश की मंडियों को 23 से 26 फरवरी तक चार दिन तक बंद रखने का निर्णय लिया गया। व्यापारी राज्य सरकार से कृषक कल्याण फीस, राज्य के बाहर से आयात कृषि जिंस पर मंडी टैक्स तथा कृषक कल्याण फीस के संबंध एवं मोटे अनाज ज्वार, बाजरा, मक्का, जीरा व इसबगोल पर आढ़त का प्रावधान 2.25 प्रतिशत करने की मांग कर रहे हैं।
भजनलाल सरकार को 22 फरवरी तक दिया मौका
सर्वजीतसिंह कंग ने बताया कि भजनलाल सरकार के 22 फरवरी तक व्यापारियों की मांगें नहीं माने जाने पर 23 से 26 फरवरी तक व्यापार बंद रखने के साथ कृषि जिंस की बोली भी नहीं करवाई जाएगी।
कृषि विपणन विभाग ने कृषि जिंसों की खरीद-बेच पर 1 प्रतिशत कृषक कल्याण फीस लगाई हुई है। प्रदेश सरकार समय समय पर इस फीस को 50 फीसद करती रही है। 31 मार्च तक यह फीस प्रभावित रहेगी। व्यापारियों का कहना है कि यह फीस व्यापारियों पर बोझ बन गई है। इसका उपयोग न तो कृषि मंडी के किसी कार्य में किया जाता है, और न ही कृषकों के कल्याण के लिए। मंडी में कार्यरत व्यापारी कृषक कल्याण फीस का संग्रहण करते हैं। जिसका भार उपभोक्ताओं पर पड़ता है। इस फीस को तुरंत समाप्त करने की मांग की गई है।