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Hair Transplant Side Effects : हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान इंजीनियर की मौत, जानिए हेयर ट्रांसप्लांट के वो जोखिम जिनसे अनजान हैं आप

Hair Transplant Side Effects : कानपुर में 37 वर्षीय इंजीनियर विनीत दुबे की हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान इन्फेक्शन से मौत हो गई। इस घटना ने हेयर ट्रांसप्लांट की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। अगर आप भी यह सर्जरी करवाने की सोच रहे हैं, तो इसके जोखिमों को जानना बेहद ज़रूरी है।

भारतMay 13, 2025 / 02:52 pm

Manoj Kumar

Hair Transplant Side Effects

Hair Transplant Side Effects

Hair Transplant Side Effects : गोरखपुर के रहने वाले 37 साल के इंजीनियर विनीत कुमार दुबे के साथ जो हुआ, उसने वाकई सबको चौंका दिया है। वो हेयर ट्रांसप्लांट करवाने गए थे और इसी दौरान उनकी जान चली गई। ट्रांसप्लांट के बाद उनके पूरे चेहरे पर भयंकर सूजन आ गई थी। जब उनकी हालत बहुत ज्यादा बिगड़ गई, तो उन्हें कानपुर के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन तब तक इन्फेक्शन उनके पूरे शरीर में फैल चुका था और इसी वजह से उनकी मौत हो गई।
यह दुखद घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि क्या हेयर ट्रांसप्लांट (Hair Transplant) करवाना वाकई सुरक्षित है।

अगर आप भी बालों के झड़ने से परेशान हैं और सोच रहे हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट करवा लें, तो विनीत दुबे के मामले से सबक लेकर कुछ जरूरी बातें जान लेना बहुत जरूरी है।
आजकल बाल झड़ना एक बहुत बड़ी दिक्कत बन गई है। दुनिया भर में लाखों लोग इस समस्या से परेशान हैं। जब बाल कम होने लगते हैं, तो लोगों का कॉन्फिडेंस भी डगमगा जाता है। ऐसे में हर कोई चाहता है कि जैसे भी हो, उनके बाल वापस आ जाएं और वो पहले जैसा महसूस करें।
लेकिन कोई भी फैसला लेने से पहले, खासकर हेयर ट्रांसप्लांट (Hair Transplant) जैसा, उसके अच्छे-बुरे पहलुओं को जान लेना अकलमंदी है।

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Hair Transplant : हेयर ट्रांसप्लांट की अलग-अलग तकनीकें:

हेयर ट्रांसप्लांट कितना सुरक्षित होगा, यह काफी हद तक इस्तेमाल होने वाली तकनीक पर निर्भर करता है। इसकी दो मुख्य तकनीकें हैं:

FUT (Follicular Unit Transplant):

इसमें सिर के पीछे से खाल की एक पतली पट्टी निकाली जाती है। फिर इस पट्टी में से बालों की जड़ों को अलग-अलग करके गंजेपन वाली जगह पर लगा देते हैं। इस तरीके में सिर के पीछे एक लंबा, पतला निशान रह जाता है जिसे बाकी बाल आसानी से छुपा लेते हैं।

FUE (Follicular Unit Extraction):

इस तरीके में, किसी खास औजार से डोनर एरिया से एक-एक करके बालों की जड़ों को सीधा निकाला जाता है। फिर इन जड़ों को Receiver Area में लगा दिया जाता है। इसमें FUT की तरह लंबा निशान नहीं बनता, बल्कि छोटे-छोटे बिंदु जैसे निशान होते हैं जो कम दिखाई देते हैं। FUE तकनीक के लिए सर्जन को ज्यादा हुनरमंद होना पड़ता है और इसमें समय भी ज्यादा लगता है, लेकिन अगर सर्जन अनुभवी हो तो इसके नतीजे बहुत अच्छे आते हैं।
कई बार सर्जन बालों की जड़ें निकालने के लिए पंच मशीन का इस्तेमाल करते हैं। इसमें भी थोड़े निशान पड़ सकते हैं, लेकिन ये बहुत छोटे होते हैं और आमतौर पर टांके लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
2019 की एक रिसर्च बताती है कि FUE तकनीक में FUT से ज़्यादा स्किल चाहिए और ये ज्यादा टाइम लेती है। लेकिन एक बढ़िया सर्जन से FUE कराने पर शानदार नतीजे मिल सकते हैं।
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Hair Transplant Side Effects : हेयर ट्रांसप्लांट कराते समय किन बातों का ध्यान रखें जो सुरक्षा के लिए जरूरी हैं:

हेयर ट्रांसप्लांट कराने का मन बनाते समय इसकी सुरक्षा के बारे में सोचना बिल्कुल सही है। कुछ बातें बहुत जरूरी हैं जो यह तय करती हैं कि सर्जरी कितनी सुरक्षित और कामयाब होगी:

सर्जन कितना काबिल और अनुभवी है:

यह सबसे जरूरी बात है। हेयर ट्रांसप्लांट की सुरक्षा और उसका नतीजा काफी हद तक सर्जन की काबिलियत और अनुभव पर निर्भर करता है। ऐसे सर्जन को चुनें जो हेयर ट्रांसप्लांट में माहिर हो और जिसे इसका अच्छा अनुभव हो। आप सर्जन की डिग्री, उसने कहां से ट्रेनिंग ली है, और पुराने मरीजों के ‘पहले और बाद’ के फोटो देखकर उनके काम का अंदाजा लगा सकते हैं।

ऑपरेशन से पहले की जांच:

सर्जरी से पहले डॉक्टर आपकी पूरी सेहत की जांच करते हैं। यह देखना जरूरी है कि आपको कोई ऐसी बीमारी तो नहीं है जिसका सर्जरी की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है। डॉक्टर आपके मेडिकल रिकॉर्ड्स देखते हैं, आपकी पुरानी बीमारियों, दवाओं और एलर्जी के बारे में पूछते हैं। यह जांच यह तय करने में मदद करती है कि सर्जरी आपके लिए सही है या नहीं और खतरों को कैसे कम किया जा सकता है।

अस्पताल या क्लिनिक कैसा है:

जहां सर्जरी हो रही है, वह जगह कैसी है, यह भी मायने रखता है। एक अच्छा और सर्टिफाइड क्लिनिक या अस्पताल जहां साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता हो और नए इक्विपमेंट्स हों, वहां इन्फेक्शन का खतरा कम होता है। पक्का करें कि क्लिनिक सारे नियमों का पालन करता हो और सफाई के मामले में नंबर वन हो।

एनेस्थीसिया कितना सुरक्षित है:

हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी में ज़्यादातर लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है, जिससे सिर का हिस्सा सुन्न हो जाता है लेकिन आप जगे रहते हैं। लोकल एनेस्थीसिया आमतौर पर सुरक्षित होता है और इसमें जनरल एनेस्थीसिया से कम खतरे होते हैं। आपकी सेफ्टी के लिए यह जरूरी है कि एनेस्थीसिया किसी एक्सपर्ट डॉक्टर (एनेस्थेटिस्ट) द्वारा ही दिया जाए और उनकी निगरानी में ही रहे।
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Hair Transplant Side Effects : हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े कुछ संभावित खतरे और परेशानियाँ:

वैसे तो हेयर ट्रांसप्लांट आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन किसी भी सर्जरी की तरह, इसमें भी कुछ दिक्कतें हो सकती हैं। इन दिक्कतों को समझने से आप बेहतर फैसला ले पाएंगे और उनसे बचने के तरीके अपना पाएंगे:

इन्फेक्शन:

वैसे तो इन्फेक्शन बहुत कम होता है, लेकिन अगर सर्जरी वाली जगह की ठीक से सफाई न रखी जाए तो हो सकता है। इन्फेक्शन से बचने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक्स देते हैं, और आपके लिए यह बहुत जरूरी है कि आप सर्जरी के बाद डॉक्टर के बताए गए साफ-सफाई के नियमों का पूरा पालन करें।

ब्लीडिंग (खून बहना):

सर्जरी के दौरान और बाद में थोड़ा-बहुत खून बहना नॉर्मल है। डॉक्टर खून को रोकने के लिए सावधानी बरतते हैं, और आपको भी ऐसी कोई चीज़ नहीं करनी चाहिए जिससे ब्लीडिंग ज्यादा हो।

निशान पड़ना:

FUT तकनीक में एक लंबा निशान बनता है, जबकि FUE में छोटे-छोटे बिंदु जैसे निशान होते हैं। अगर सर्जरी सही तरीके से हो और आप बाद में अच्छे से देखभाल करें, तो इन निशानों को कम किया जा सकता है।

सूजन और नील पड़ना:

माथे और आँखों के आस-पास थोड़ी सूजन और नीलापन आ सकता है, लेकिन ये ज़्यादातर कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। सिर को थोड़ा ऊपर रखकर सोने और ठंडी चीज़ों से सिकाई करने से सूजन कम होती है।

दर्द और अनकम्फर्टेबल महसूस होना:

सर्जरी के बाद थोड़ी तकलीफ होना नॉर्मल है, लेकिन ये हल्का ही होता है और दर्द निवारक दवाएं लेने से ठीक हो जाता है

तो, क्या हेयर ट्रांसप्लांट वाकई सुरक्षित है?

लोग अक्सर पूछते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट कितना कामयाब होता है और इसमें क्या-क्या कमियां हैं। सीधा और सच्चा जवाब यह है कि हां , हेयर ट्रांसप्लांट आमतौर पर सुरक्षित है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि जब यह सर्जरी योग्य और अनुभवी डॉक्टरों द्वारा की जाती है, तो वे हर छोटी-बड़ी बात का ध्यान रखते हैं ताकि यह पूरी तरह से सुरक्षित और कामयाब हो। इसलिए, ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
हेयर ट्रांसप्लांट में डॉक्टर या एक्सपर्ट आपके सिर के पीछे के घने बालों वाले हिस्से से बालों की जड़ों को निकालते हैं और फिर उन्हें सिर के उस हिस्से में लगाते हैं जहां बाल नहीं हैं।

हेयर ट्रांसप्लांट कितना सफल होता है?

हेयर ट्रांसप्लांट बालों को वापस उगाने का एक बहुत ही असरदार तरीका हो सकता है। इसकी सफलता कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे सर्जन कितना अनुभवी है, और डोनर एरिया में बालों की क्वालिटी कैसी है।
एक स्टडी में देखा गया कि जिन पुरुषों ने FUE तकनीक से (सिर या शरीर के बालों का इस्तेमाल करके) हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था, उनमें से ज़्यादातर 2.9 साल बाद भी नतीजों से खुश थे। 79 लोगों पर की गई इस स्टडी में संतुष्टि का औसत स्कोर 10 में से 8.3 था।
एक और स्टडी बताती है कि अगर FUE के साथ प्लेटलेट-रिच प्लाज़्मा (PRP) थेरेपी भी इस्तेमाल की जाए, तो हेयर ट्रांसप्लांट के कामयाब होने के चांस और बढ़ जाते हैं। PRP वाले ग्रुप के सभी लोगों के 6 महीने बाद 75% से ज्यादा बाल वापस उग आए थे। इसलिए, आप इस बात पर भरोसा कर सकते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता दर काफी अच्छी है।
जो लोग हेयर ट्रांसप्लांट करवाने की सोच रहे हैं, उनके लिए जरूरी है कि वे अच्छे से रिसर्च करें और किसी अनुभवी सर्जन से सलाह लें। पूरी प्रक्रिया, इससे जुड़े खतरों और लंबे समय तक रहने वाले नतीजों को समझने से आप सही फैसला ले पाएंगे। सही देखभाल और अच्छे अनुभव वाले डॉक्टर से सर्जरी कराने पर, हेयर ट्रांसप्लांट बालों के झड़ने का एक सुरक्षित और बेहतरीन उपाय हो सकता है।
सर्जरी के बाद अपनी देखभाल करना बहुत जरूरी है। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं सही समय पर लें और उनके दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें। सर्जरी के बाद होने वाली सूजन और सुन्नपन ज़्यादातर 2 हफ्तों में ठीक हो जाता है। ज्यादा जानकारी के लिए आप किसी अच्छे क्लिनिक से संपर्क कर सकते हैं।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।

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