कोविड से पहले जहां हर महीने औसतन 30 से 50 मरीजों को यह शिकायत होती थी, लेकिन कोविड के बाद यह संख्या 100 से ज्यादा हो चुकी है। निजी अस्पतालों में भी ऑपरेशन की संख्या काफी ज्यादा हो गई है। यह बीमारी है कूल्हे की बॉल खराब होने यानी एवीएन की सर्जरी। खास बात यह है कि पहले जहां यह बीमारी 60 की उम्र के करीब होती थी। अब यह बीमारी 40 से कम उम्र के युवाओं में हो सकती है। फीमर हड्डी के शीर्ष में जब रक्त प्रवाह बंद हो जाता है तो यह बॉल खराब होने लगती है, जिससे कूल्हे का जोड़ धीरे-धीरे पूरी तरह से नष्ट हो जाता है।
Post-COVID Hip Pain : यह होते हैं लक्षण
– मरीज को उठते-बैठते दर्द, चलने-फिरने में भी परेशानी – कूल्हे में दर्द होता है और चाल में भी बदलाव एक्सपर्ट व्यू
एवीएन सर्जरी के मामले पहले की तुलना में काफी बढ़े हैं। पहली और दूसरी स्टेज में कंप्रेसर सर्जरी की जाती है। लेकिन इसके बाद हिप रिप्लेसमेंट ही करना पड़ता है। कोविड के बाद ऐसे मामले काफी बढ़े हैं। इस पर रिसर्च के बाद भी पूरा कारण बताया जा सकता है, लेकिन दवाओं का ज्यादा उपयोग एक कारण हो सकता है।
दवाओं का उपयोग भी बड़ा कारण
कोविड के दौरान एंटी वायरल दवाइयां और स्टेरॉइड का उपयोग ज्यादा किया गया था। यह एक बड़ा कारण हो सकता है कि कूल्हे के बॉल में खराबी हो सकती है। इसके अलावा कोई वायरल इंफेक्शन और चोट लगना भी बड़ा कारण होता है। वहीं करीब 70 से 80 प्रतिशत मामलों में कारणों का खुलासा नहीं हो सका।