कम नींद लेना
आज की तेज रफ्तार जिंदगी में नींद को नजरअंदाज करना आम हो गया है, लेकिन यह आदत शरीर और त्वचा दोनों पर नकारात्मक असर डालती है। जब नींद पूरी नहीं होती, तो त्वचा थकी हुई और डल दिखने लगती है। इससे डार्क सर्कल, फाइन लाइन्स और समय से पहले झुर्रियां आने लगती हैं। नींद की कमी तनाव बढ़ाती है, जिससे बाल झड़ते हैं, पिंपल्स होते हैं और इम्यून सिस्टम भी कमजोर होता है।हर दिन कम से कम 7–8 घंटे की गहरी नींद लें। सोने से एक घंटा पहले स्क्रीन टाइम (मोबाइल, टीवी, लैपटॉप) कम करें, ताकि मेलाटोनिन हार्मोन सक्रिय रह सके और नींद बेहतर हो।
अनहेल्दी डाइट लेना
लंबे समय तक जवां और हेल्दी दिखने के लिए सबसे पहले आपको अपनी डाइट सुधारनी होगी। जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, चीनी और सोडा में मौजूद केमिकल्स शरीर में फ्री रेडिकल्स बनाते हैं, जो सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। इसका असर सीधे आपकी त्वचा और बालों पर दिखाई देता है।डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करें। साथ ही, पर्याप्त पानी पिएं और खाने में संतुलन बनाए रखें। यही असली एंटी-एजिंग उपाय है।
बहुत गर्म पानी से नहाना
गर्म पानी से नहाना आरामदायक लग सकता है, लेकिन बहुत ज्यादा गर्म पानी आपकी त्वचा से उसके प्राकृतिक तेल छीन लेता है, जिससे त्वचा सूखी, रूखी और कमजोर हो जाती है। लगातार ऐसा करने से झुर्रियां और फाइन लाइन्स जल्दी दिखने लगती हैं।हल्के गुनगुने पानी से नहाएं और नहाने के तुरंत बाद मॉइश्चराइजर लगाएं, ताकि त्वचा की नमी बनी रहे।
जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस लेना
तनाव को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन यह शरीर और मन दोनों का दुश्मन है। ज्यादा स्ट्रेस से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो त्वचा पर मुंहासे, पिग्मेंटेशन, झुर्रियां और बालों का सफेद होना जैसी समस्याएं ला सकता है।योग, मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग, म्यूजिक, बातचीत और पॉजिटिव सोच जैसी चीजें अपनाएं। तनाव कम रहेगा, तो उम्र का असर भी धीरे आएगा।
कोलेजन की कमी होना
कोलेजन एक ऐसा प्रोटीन है जो त्वचा को टाइट, चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। उम्र बढ़ने के साथ इसका उत्पादन कम हो जाता है, जिससे त्वचा ढीली होने लगती है, झुर्रियां आती हैं और जोड़ों में दर्द भी हो सकता है।विटामिन C से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे नींबू, आंवला, संतरा, अमरूद, हरी मिर्च आदि खाएं। साथ ही, प्रोटीन युक्त चीजें जैसे दाल, दूध, दही, अंडा, सोया आदि भी शामिल करें ये कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं।