चातुर्मास में श्रावण मास के दौरान प्रतिदिन सुबह 8 से 10 बजे तक रूद्राभिषेक होगा। श्रावण मास में ही दोपहर 12 से 2 बजे तक शिव महापुराण कथा होंगी। वहीं भाद्रपद मास में दोपहर 12 से 2 बजे तक श्रीमद् भागवत महापुराण का आयोजन किया जाएगा। संपूर्ण चातुर्मास के दौरान रात्रि 9 से 11 बजे तक कीर्तन सत्संग का आयोजन होगा। कथा व्यास पं. रामावतार शाी पुष्कर होंगे। संंतों के आशीर्वाद एवं भक्तों के सहयोग से आश्रम में प्रतिदिन अन्नक्षेत्र, संत सेवा, गौ सेवा, पर्यावरण सेवा एवं पक्षी चुग्गा सेवा होती है।