राजपुरोहित ने बताया कि क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य के नाते वे रेलवे की ओर से प्रदान की जाने वाली सेवाओं एवं सुविधाओं में सुधार के साथ ही क्षेत्र में नए स्टेशन खोलने के लिए प्रस्ताव तैैयार करेंगे। इसके अलावा सार्वजनिक हित के अन्य मामलों को समिति की बैठक में रखेंगे। रेलवे सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए समिति के समक्ष सुझाव रखेंगे। रेलवे को सुझाव देने के साथ ही यात्री सुविधाओं के बारे में रेलवे को अवगत करवाया जाएगा। समिति की बैठक में यात्री हितों को लेकर उनकी मांग रखी जाएगी।
रेलवे द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं से संबंधित मामलों के साथ ही यात्री सुविधाओं, ट्रेन सेवा और बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित मुद्दों को भी बैठक में रखा जाएगा। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की विभिन्न शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ाने की मांग की जाएगी। बुनियादी ढांचे की विकास परियोजनाओं, ट्रेनों के अतिरिक्त ठहराव, ट्रेनों की आवृत्ति में वृद्धि जैसी ट्रेन सेवाओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों को बैठक में उठाया जाएगा।
राजपुरोहित ने बताया कि रेलवे उपयोगकर्ताओं का बेहतर प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने और रेल सेवाओं की दक्षता और गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया है। यह समिति रेलवे प्रशासन और उपयोगकर्ताओं के बीच परामर्श के लिए लगातार प्रयास करती है। दक्षिणी रेलवे जोन में छह डिवीजन हैं जिसमें केरल के दो एवं तमिलनाडु के चार डिवीजन शामिल है। दक्षिणी भारत का एक बड़ा हिस्सा इसी जोन में आता है।