समिट के मद्देनजर सुपर कॉरिडोर पर बनने वाले स्टार्टअप पार्क को लेकर कंसल्टेंट कंपनी मेहता एसोसिएट नए सिरे से नक्शा तैयार कर रही है। पीपीपी मॉडल पर निर्माण की प्लानिंग है। आइडीए जमीन के साथ नक्शा पास कराने, सभी विभागों की एनओसी, पानी, बिजली आदि उपलब्ध कराने में आने वाली बाधाओं का निपटारा करेगी।
पॉश लोकेशन
इंदौर के इस स्टार्टअप पार्क की लोकेशन काफी अच्छी है। लवकुश चौराहे से सुपर कॉरिडोर की तरफ बढ़ने पर तीसरे नंबर का प्लॉट है। आगे टीसीएस और इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के ऑफिस हैं। फाइव स्टार होटल, रेस्टोरेंट, ऑडिटोरियम, मनोरंजन स्थल निर्धारित किए हैं।
क्यूआर कोड से लोकेशन
जीआइएस में प्राइम लोकेशन के दस बड़े प्लॉट भी पेश किए जाएंगे। 5 प्लॉट सुपर कॉरिडोर से लगे हैं तो, बाकी 5 मेडिकल हब के हैं। यहां का पहुंच मार्ग अलग है। सुपर कॉरिडोर से 30 मीटर का सर्विस रोड दिया गया है। समिट में इन प्लाटों की लोकेशन के लिए आइडीए क्यूआर कोड भी रखेगा, जिसके माध्यम से मौका मुआयना हो सकता है।
1100 करोड़ से ज्यादा लागत
आइडीए के अनुसार, स्टार्टअप पार्क की लागत 1100 करोड़ रुपए से ज्यादा होगी। 8.20 हेक्टेयर जमीन पर 1 लाख 78 हजार 278 वर्ग मीटर का निर्माण होगा। पार्किंग के लिए तीन बेसमेंट तो तीन फ्लोर पर शॉपिंग मॉल बनाया जाएगा। उसके ऊपर आइटी कंपनी और स्टार्टअप वालों को स्पेस दी जाएगी।