कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में संक्रमित मिली महिला
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 53 वर्षीय महिला संक्रमित मिली जिसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। 50 वर्षीय पुरुष हाल ही में मुंबई यात्रा से लौटे थे, जिसके बाद सर्दी व बुखार की समस्या हुई। जांच कराने पर संक्रमित मिले। 30 वर्षीय महिला कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में संक्रमित मिली। महिला व उसका पति चार दिन पहले ही केरल से लौटे थे। पति संक्रमित था। एक अन्य 43 वर्षीय महिला हाल ही में यूके से लौटी है। तबीयत खराब होने पर कोरोना संक्रमण की जांच कराई, जिसमें वह संक्रमित पाई गई। ये भी पढ़ें: फ्लाइट में 50% सीटें 999 रुपए में मिलेंगी, PM मोदी देंगे बड़ी सौगात ये 2 लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क
कोरोना के नए वैरिएंट आरएनए वायरस का म्यूटेशन एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसके तहत हर साल नए वेरिएंट सामने आते हैं। मौजूदा वेरिएंट न तो अत्यधिक घातक है और न ही जानलेवा लेकिन सतर्कता बरतने की जरूरत है। अगर आपको गले में खराश के साथ हल्का बुखार है तो आप अपनी कोरोना जांच जरूर कराएं।
किट नहीं होने से कोरोना की जांच नहीं
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में कोरोना वेरिएंट की जांच के लिए तीन साल पहले आई मशीन इंस्टॉल होने के बाद भी उपयोग में नहीं आ रही। डब्ल्यूएचओ के माध्यम से 60 लाख की मशीन उपलब्ध कराई गई थी। ढाई साल तक बंद रही। छह माह पहले इसे मेडिकल कॉलेज ने इंस्टॉल कराया है, लेकिन किट नहीं होने से कोरोना के वेरिएंट की जांच नहीं हो पा रही है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. मनीष पुरोहित के अनुसार आइसीएमआर या राज्य शासन से किट मिलने पर ही जांच शुरू हो पाएगी। 7 मरीजों के सैंपल भोपाल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जा चुके हैं। किसी भी सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सकी है।