पत्रकारिता की ताकत पहचानें
सिंघार ने कहा कि आज की स्थिति में स्वतंत्र पत्रकारिता करना बहुत मुश्किल है, लेकिन यह जरूरी है। लोगों से मिलते हैं तो कई लोग कूपन और पेंशन नहीं मिलने की शिकायत करते हैं। तात्कालिक रूप से उनकी आर्थिक मदद कर देता हूं, लेकिन वही खबर जब अखबार में छपती है तो सरकार संज्ञान लेती है। यही पत्रकारिता की ताकत है, जिसे पहचानना जरूरी है। देश में नया दौर शुरू हो गया है। कई पत्रकार पत्रकारिता छोड़ने लगे हैं, क्योंकि उन्हें अभिव्यक्ति की आजादी नहीं मिल रही है। पत्रकारों के लिए सुरक्षा भी महत्वपूर्ण हो गई है।Patrika Key-Note- पत्रकारिता में मन की पवित्रता जरूरी, जड़ से होता है जुड़ाव- सीएम मोहन यादव
Patrika Key Note: समाचार पत्र का निर्भीक होना जरूरी- पूर्व क्रिकेटर अमय खुरासिया