मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप तैयार किए गए इस प्रस्ताव में धार जिले के पीथमपुर, उज्जैन जिले के मक्सी और नागदा तथा देवास के औद्योगिक क्षेत्र को शामिल करने की बात कही गई है। इस योजना के तहत इंदौर और इसके आसपास के क्षेत्रों का सुनियोजित विकास किया जाएगा, जिससे औद्योगिक और नगरीय विस्तार को बढ़ावा मिलेगा।
100 प्रतिशत क्षेत्र होगा शामिल
प्रस्ताव के तहत, इंदौर मेट्रोपॉलिटन सिटी में इंदौर का 100 प्रतिशत क्षेत्र शामिल किया जाएगा, जबकि उज्जैन का 44 प्रतिशत धार और नागदा का भी कुछ हिस्सा इसमें जोड़ा जाएगा। इस परियोजना का मुय उद्देश्य औद्योगिक और शहरी विकास को संगठित तरीके से आगे बढ़ाना है, जिससे आधारभूत सुविधाओं में सुधार हो और निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। ये भी पढ़ें:
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बैठक में विभिन्न जिलों के कलेक्टर, विधायक, सांसद और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने इस परियोजना को लेकर अपने विचार व्यक्त किए और इसे प्रभावी रूप से लागू करने के लिए जरूरी सुझाव दिए। बैठक में टीपीएस के माध्यम से विकास को प्राथमिकता देने की बात कही गई ताकि शहरी सुविधाओं का विस्तार किया जा सके।
यदि यह प्रस्ताव मंजूर होता हैए तो इंदौर मेट्रोपॉलिटन सिटी का विस्तार औद्योगिक विकास को नई गति देगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और नागरिकों को बेहतर शहरी सुविधाएं मिलेंगी।