मास्टर प्लान तैयार
नगरपालिका और प्रशासन ने यदि 156 पेज के मास्टर प्लान में शामिल सभी सडक़ों को निर्धारित मापदंड के अनुसार बनाया तो सडक़ों की चौड़ाई 12 से 24 मीटर तक चौड़ी हो जाएंगी। इटारसी के मास्टर प्लान को नगरीय विकास एवं आवास विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल ने 19 अक्टूबर 2016 को मप्र नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम 1973 की धारा 19(1) के तहत अनुमोदित किया था। इसके बाद 28 अक्टूबर 2016 को मप्र राजपत्र में सूचना का प्रकाशन भी किया गया। बावजूद इसके अब तक नपा ने इस पर कोई चर्चा नहीं की। यह स्वीकृत मास्टर प्लान कागजों में ही धूल खा रहा था।
प्लान के तहत 17 गांव होने हैं शामिल
शहर विस्तार की योजना के मुताबिक शहर से जुड़े 17 गांव शहर में शामिल होने हैं। जिनका कुल निवेश क्षेत्र 11 हजार 999 हैक्टेयर है। जानकारी के मुताबिक शहरी सीमा क्षेत्र से लगे रैसलपुर, सोनासांवरी, धोखेड़ा, सनखेड़ा, सोमलवाड़ा, घाटली, जुझारपुर, गोंचीतरोंदा, पथरौटा, भट्टी, धुरपन, भीलाखेड़ी, बैंगनिया, बोरतलाई, देहरी, मेहरागांव को शहर में शामिल करना है। जिसमें ग्राम पंचायतों के विरोध का पेंच फंसा हुआ है। मास्टर प्लान पर काम चल रहा है। बस स्टैंड बनाया जा चुका है। मास्टर प्लान में और कौन-कौन सी चीजें करना है। इसका विस्तार से अध्ययन कर रहे हैं। क्रमबद्ध तरीके से काम होंगे।-पंकज चौरे, अध्यक्ष नपा इटारसी
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रेस्ट हाउस के पास लोनिवि की जमीन पर कब्जा कर दुकानें संचालित की जा रही थी। तहसीलदार ने सभी कब्जाधारियों को नोटिस जारी कर कहा कि मास्टर प्लान में सांची पार्लर से लेकर नेहरूगंज तक सड़क की चौड़ाई 18 मीटर होना है। जिसके बाद प्रशासन ने सड़क से अतिक्रमण हटा दिया।
इसके साथ ही पुरानी इटारसी ट्रैक्टर स्कीम में बस स्टैंड का काम भी पूरा कराया गया। बरसाती नालों को पत्थर और लोहे के तार से बांधकर पक्का करने के प्लान भी बनाया, जिस पर काम नहीं हुआ है।
22 से 30 मीटर होती चौड़ाई…
प्रस्तावित योजना के मुताबिक स्टेशन से गांधी ग्राउंड तक 22 मीटर, विश्वनाथ टॉकीज से सूरजगंज 12 मीटर, महात्मा गांधी मार्ग जयस्तंभ 15 मीटर, रितुराज टॉकीज से नाला मोहल्ला 18 मीटर, ब्रिज से स्टेशन के आगे तक 24 मीटर, रेलवे स्टेशन से राज टॉकीज के पीछे का मार्ग 12 मीटर चौड़ा होगा। फिलहाल इन सभी सडक़ों की चौड़ाई लगभग आधी है। जिसकी वजह से जाम की स्थिति बनती है। सूरजगंज रोड से चौपाटी हटाने के बाद यहां दोनों तरफ चार पहिया वाहनों की पार्किंग बन चुकी है।