Jabalpur airport : विस्तारीकरण के बाद डुमना एयरपोर्ट में विमानों की लैंडिंग के साथ ही यात्री सुविधाएं भी बढ़ी हैं। लेकिन, एयरपोर्ट की क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो रहा है। यहां से उड़ान भरने वाली और दूसरे शहरों से आने वाली लाइट्स की संख्या बढऩे से फ्लायर्स की संख्या भी बढ़ी है। पिछले दिनों के आंकड़ों के अनुसार यह ग्राफ 90 प्रतिशत तक पहुंच गया है। कई बार इमरजेंसी में सीट बुक कराने के लिए अधिक किराया देना पड़ता है। कई बार सीट भी नहीं मिलती। नई लाइट शुरू होने पर फ्लायर्स की संख्या और बढ़ेगी।
आंकड़ों के अनुसार विमानतल पर प्रतिदिन न्यूनतम 1500 से 1700 फ्लायर्स का मूवमेंट हो रहा है। लाइट्स की संख्या बढऩे पर मूवमेंट और बढ़ेगा। पुणे, कोलकाता समेत देश के अन्य शहरों में हवाई यात्रा करने के लिए लोगों को कनेक्टिंग लाइट लेना पड़ रहा है या जबलपुर से ट्रेन या कार से नागपुर, इंदौर और भोपाल की यात्रा कर लाइट लेकर गंतव्य के लिए रवाना होते हैं।
Jabalpur airport : वर्तमान में उड़ानें
जबलपुर-दिल्ली-जबलपुर
जबलपुर-मुंबई-जबलपुर
जबलपुर-हैदराबाद-जबलपुर
जबलपुर-इंदौर-जबलपुर
जबलपुर-बिलासपुर-जबलपुर
जबलपुर-भोपाल-जबलपुर
जबलपुर-बेंगलूरु-जबलपुर
Jabalpur airport : औसतन सात लाइट रोज
इस माह 15 से 20 मई तक शहर से प्रतिदिन न्यूनतम चार लाइट आ जा रही हैं। 18 मई को अधिकतम नौ विमान आए और गए। जानकारों के अनुसार लाइट की संया बढऩे पर हवाई सफर करने वालों की संया बढ़ेगी।
Hindi News / Jabalpur / एयरपोर्ट में कनेक्टीविटी बढ़ी तो 90 फीसदी सीटें हुईं फुल, बड़े शहरों तक पहुंच अब भी दूर