दरअसल, ब्रांच मैनेजर प्रदीप पटले ने वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन में पदस्थ प्रदीप पटले ने रांझी निवासी गुरु नानक वेयरहाउस के संचालक दमनीत सिंह भसीन से रिश्वत मांगी थी। भसीन के वेयर हाउस में 100 क्विंटल गेहूं का स्टॉक गायब था। जिसके बाद ब्रांच मैनेजर ने संचालक को डराया-धमकाया कि गायब गेंहू की पूर्ति न होने पर उसके वेयर हाउस को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। जिससे परेशान होकर वेयर हाउस संचालक ने 92 हजार की रिश्वत देने के लिए तैयार हो गया।
जब बुधवार को प्रदीप पटले रिश्वत की पहली किश्त के 50 हजार रुपए ले रहा था। इसी दौरान लोकायुक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त की ओर से इसमें कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेष बिसेन को भी आरोपी बनाया है।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 धारा के तहत मामला दर्ज लोकायुक्त की ओर कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।