CG News: आंसू और भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायतें
पत्रिका की टीम को पड़ताल के दौरान एक अभ्यर्थी मिली जिसने बताया कि वह पिछली बार नगर सेना और फारेस्ट गार्ड की भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुई थी, जहां पर उसने शारीरिक नापजोख और दौड़ की प्रक्रिया में 40 अंक हासिल किए थे, उसी तरह की प्रक्रिया से जब वह कंगोली में गुजरी तो उसे 0 अंक दिया गया।
अभ्यर्थी ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि उसी तरह की दौड़ व अन्य प्रक्रिया में शामिल होने के बाद अंक 40 ये 0 हो जाए। अगर प्रदर्शन खराब भी रहा होगा तो अंक 0 तो नहीं हो सकते। परेड ग्राउंड में हर दिन हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां से लौटते वक्त उनकी आंखों में आंसू और भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायतें हैं।
आईजी बस्तर रेंज, सुंदरराज पी: किसी भी तरह के फर्जीवाड़ा की शिकायत अभी तक नहीं मिली है। जिसे कम अंक मिले हैं अथवा किसी को अपनी योग्यता के अनुरूप अंक नहीं मिले है तो वह शिकायत शाखा में जाकर आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।
टाइम मशीन में गड़बड़ी की आशंका
एक साथ दौड़ाने के बाद वहां मौजूद पुलिस जवानों द्वारा टाइम मशीन में मिले अंको में फेरबदल करने की शिकायत बिलासपुर व कोरबा से आई दो युवतियों ने की है। उनका कहना है कि हम लोग लगातार मैदान में प्रैक्टिस कर रहे थे। यहां पर आने के बाद उनके अंक बदल दिए गए है। वहीं कुछ अभ्यर्थियों का कहना था कि उन्हें एक साथ बहुत अधिक संख्या में दौड़ाया गया और वह अपनी गति में नहीं दौड़ पाए।
अगर सब कुछ ठीक तो मैदान में मीडिया के जाने में पर रोक क्यों?
CG News: भर्ती स्थल में मीडिया के जाने पर सख्ती से रोक लगाई गई है। कहा जा रहा कि गोपनीयता और पारदर्शिता के लिए ऐसा किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर पारदर्शिता के साथ प्रक्रिया चल रही है तो उसका कवरेज क्यों रोका जा रहा है। इस पर भी अभ्यर्थियों का कहना है कि मीडिया को इसलिए अंदर नहीं जाने दिया जा रहा क्योंकि अगर कैमरे अंदर गए तो बहुत सी खामियां सामने आ जाएंगी। अभ्यर्थियों ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया केवल खानापूर्ति है।
दुर्ग से आए एक अभ्यर्थी ने बताया कि यहां पर 800 मीटर की दौड़ में एक साथ 40 की जगह 80 प्रतिभागियों को बेतरतीब दौड़ाया जा रहा है। इसका विरोध करने पर प्रक्रिया से बाहर करने धमकाया जाता है। एक साथ इतने अधिक संया में दौड़ाने से अंकों में वांछित अंक नहीं मिल रहे। मैदान में मौजूद कर्मियों द्वारा अंक नहीं बताया जाता है।