यह कोचिंग बेसमेंट में संचालित हो रही थी। महेश नगर थानाप्रभारी कविता शर्मा ने बताया कि सूचना पर थाना पुलिस उत्कृष कोचिंग पहुंची थी। यहां से बेहोश छात्र-छात्राओं को पास के निजी अस्पताल पहुंचाया गया है। चिकित्सकों के अनुसार धुंआ के कारण छात्र-छात्राओं का दम घुट गया इससे वे बेहोश हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अस्पताल के बाहर पुलिस-युवा आमने-सामने
इधर, घटना के बाद अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में युवाओं की भीड़ जमा हो गई। राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और घटना का विरोध किया। इस दौरान पुलिस और युवाओं में तनातनी हो गई। बाद में अस्पताल के बाहर निर्मल चौधरी समर्थकों के साथ घरने पर बैठ गए। वहीं घटना की सूचना पर जयपुर सांसद मंजू शर्मा भी अस्पताल में भर्ती छात्र-छात्राओं से मिलने पहुंची।
एसी के जरिए पहुंचा धुआं
सर्दी होने की वजह से छात्र-छात्राएं दरवाजे खिड़कियां बंद करके पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी। छात्राएं बाहर निकल कर आई। इस दौरान आस-पास रहने वाले लोग इकट्ठे हो गए। बेहोश छात्राओं को निजी अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस ने बताया कि आस-पास पानी के पाइप चैक कर लिए। लेकिन पाइपों में कोई लीकेज नहीं मिला।
हादसे के बाद सक्रिय हुआ निगम
इस मामले में ग्रेटर निगम महापौर सौम्या गुर्जर के निर्देश पर आयुक्त ने कमेटी का गठन किया है। मानसरोवर जोन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। महापौर ने कहा कि कमेटी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बच्चों की सुरक्षा निगम की प्राथमिकता है।