पुलिस कमिश्नर- नहीं दी गई कोई सुरक्षा
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने मंगलवार सुबह जनसुनवाई के दौरान मीडिया के सामने स्पष्ट किया कि राजस्थान पुलिस की तरफ से एल्विश यादव को कोई सुरक्षा नहीं दी गई। यह वीडियो पुराना है और इसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। यह एक प्रोपेगेंडा है, जिसकी जांच की जा रही है। वीडियो वायरल करने वाले दोनों व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार एल्विश ने पुलिस की गाड़ी के पीछे अपनी गाड़ी चलाकर यह वीडियो बनाया और एस्कॉर्ट का भ्रम फैलाया। एडिशनल कमिश्नर रामेश्वर सिंह ने कहा कि अगर किसी को पुलिस सुरक्षा दी जाती है, तो उसके लिए विशेष अनुमति होती है और एक स्पेशल एस्कॉर्ट गाड़ी दी जाती है, न कि 112 नंबर की गाड़ियां। पुलिस ने साफ किया कि एल्विश को कोई आधिकारिक एस्कॉर्ट नहीं दी गई।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस वीडियो के जरिए पुलिस की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है। एल्विश यादव और उनके साथ मौजूद पूर्व मंत्री के बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वीडियो की जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
कैसे हुआ वीडियो पर विवाद?
दरअसल, यूट्यूबर एल्विश यादव 8 फरवरी को जयपुर में एक गाने की रिकॉर्डिंग के लिए आए थे। इस दौरान उन्होंने एक व्लॉग बनाया, जिसे 10 फरवरी को उनके यूट्यूब चैनल ‘एल्विश यादव व्लॉग्स’ पर अपलोड किया गया। इस वीडियो में एल्विश की कार के आगे-पीछे पुलिस की चेतक और 112 नंबर गाड़ियां चलती हुई दिख रही हैं। वीडियो में ऐसा दिखाया गया जैसे पुलिस ने एल्विश को सुरक्षा दी हो। हालांकि, पुलिस ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है।
वीडियो में दिखीं 3 अलग-अलग गाड़ियां
बताते चलें कि एल्विश के 15 मिनट 16 सेकेंड के इस वीडियो में चेतक-14 गाड़ी उन्हें पत्रिका गेट से होटल तक छोड़ते हुए दिखाई दी। वहीं, 112 हेल्पलाइन गाड़ी सांभर जाते समय थाने-टू-थाने बदलती रही। इसके अलावा एक अन्य सफेद रंग की गाड़ी उन्हें गुरुग्राम तक छोड़ने की बात कही जा रही थी।