विपक्ष अधूरी तैयारी के साथ आया- सीएम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष अधूरी तैयारी के साथ बात रख रहा, अब जनता ने इनके लिए मन बना लिया है। सीएम ने तंज कसते हुए कहा कि ये गलियां ये चौबारा, यहां आना ना दोबारा। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को आजकल अलवर छोड़ भरतपुर से अधिक लगाव हो गया है, अपनी हर बात के दृष्टांत में भरतपुर का नाम लेते हैं, अब ये उनका भरतपुर से लगाव है या मेरे से पता नहीं या फिर मेरे बंशीवाले ने इनको भी आकर्षित कर लिया है।
गोविंद सिंह डोटासरा पर कसा तंज
मुख्यमंत्री ने भाषण की शुरुआत में गोविंद डोटासरा पर तंज कसते हुए कहा कि विधानसभा में इस सत्र में पहली बार आसन को अश्रुओं की धारा के रूप में गिरते देखा है, विपक्ष के लोगों ने अनावश्यक विवाद और शोरगुल कर सदन की गरिमा को गिराया है, अब सदन सही से चल रहा है जिसके लिए मैं किसे धन्यवाद दूं स्पीकर को या उनको जो 2 हफ्ते से अदृश्य है। बता दें कि डोटासरा कुछ दिनों से सदन में नहीं आ रहे हैं।
कांस्टीट्यूशन क्लब पर क्या बोले सीएम?
सीएम भजनलाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांस्टीट्यूशन क्लब का निर्माण कराया था, हमने इसका शुभारंभ किया, लेकिन प्रतिपक्ष ने उसका बॉयकाट किया। विपक्ष द्वारा बहिष्कार किया जाना क्या सही है? इनको अंतरात्मा से पूछना चाहिए। यदि नेता प्रतिपक्ष कांस्टीट्यूशन क्लब के शुभआरम्भ में आते तो उनकी उपस्थिति देश के सर्वोच्च पंचायत यानी लोकसभा अध्यक्ष के सामने होती। उन्हें भी बात करने का मौका मिलता, लेकिन ऐसा लगता है कि इससे उन्हें की पार्टी के अदृश्य शक्ति के षड्यंत्र ने इससे वंचित कर दिया। हमारी सहानुभूति नेता प्रतिपक्ष साथ है। सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान की जनता यह देखती है कि हमारे काम किसने किया। विपक्ष तो केवल आंकड़े को लेकर बैठा है। सीएम ने दावा किया कि हमारा कोई काम ऐसा नहीं होगा कि हमारे काम पर उंगली उठाने का कोई दम रख सके। हम जिस संकल्प के साथ सदन में आए हैं उसको पूरा करेंगे चाहे कुछ भी हो जाए।
सीएम ने जीएसटी पर दिया ये जवाब
सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा कि जीएसटी की वर्तमान दर की बात करें तब भी हम लक्ष्य को पूरा कर लेंगे। अर्थव्यवस्था को सशक्त करना, युवाओं को रोजगार देना जरूरी है, जो कांग्रेस सरकार ने अपने अंतिम साल में किया हुआ पहले साल में ही करके दिखा दिया। सीएम ने कहा कि वर्तमान सरकार की जारी की गई नीतियां- राजस्थान में निवेश प्रोत्साहन योजना, नवीन खनिज नीति, राजस्थान एकीकृत ऊर्जा नीति, राजस्थान टैक्सटाइल पॉलिसी, राजस्थान युवा नीति और विकास योजना यह सभी हमारे गोल में आता है। जिसके मन में कुछ करने की क्षमता होती है वही ऐसी नीतियां लाते हैं। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि कर भी दिखाएंगे।
सीएम भजनलाल ने कहा कि विगत 70 साल में जिस तरह का देश में होता है वह हम सबने देखा है। गरीबों के नाम पर उसे ठगा गया है। आज हम 100 रूपये भेजते हैं तो गरीब के खाते में पूरे 100 रुपये ही जाते हैं।
राइजिंग राजस्थान को लेकर दिया जवाब
उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान का निवेश सम्मेलन सरकार की नियत को दिखाता है कि निवेश बढ़ाने के लिए हम तत्पर हैं। हम केवल चुनावी फायदे देने के लिए दिखाने का काम नहीं करते है। पूर्ववर्ती सरकार ने अपने 5 सालों में केवल एक ही बार निवेश लाने का अपने आखिरी साल में प्रयास किया था। सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा कि मैं विपक्ष के नेता को कहना चाहूंगा कि काश उनके सरकार के समय भी ऐसी ही मॉनिटरिंग की नीति बनती तो निश्चित रूप से राजस्थान की जनता को का फायदा मिलता है। हम राजस्थान की जनता को बताएंगे कि निवेश सम्मेलन में जो MOU आया था। उसमें से कितने धरातल पहले से ही तारीख भी तय कर रखी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकार में चेहरा देखकर निवेशकों को योजनाएं आवंटन किया जाता था हम नीतियों के आधार पर भूमि आवंटन कर रहे हैं।
IIFA पर विपक्ष के आरोपों पर किया पलटवार
सीएम भजनलाल ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान देश ही नहीं दुनिया में नंबर 1, IIFA के माध्यम से राजस्थान के विरासत की प्रशंसा हुई है। उन्होंने कहा कि IIFA के माध्यम से राजस्थान के पर्यटन को बूम मिलेगा, लेकिन दुर्भाग्य से विपक्ष नेताओं ने टिप्पणियां की जो उनकी आदत है। वहीं, आईफा के आयोजन को लेकर विपक्ष के आरोपों पर सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को पंख लगाने के लिए हम काम कर रहे हैं। राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से देश में पहला राज्य है बहुत संभावना है इसी भावना को देखते हुए आईफा जैसे अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
सीएम ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि आईफा के जरिए हमारी संस्कृति, वास्तुकला, शिल्पकार्य, लोक कला और ऐतिहासिक विरासत की प्रशंसा हुई है। राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र को इससे बूम मिलेगा और राजस्थान की आर्थिक व्यवस्था में भी आईफा के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। लेकिन दुर्भाग्य है कि प्रतिपक्ष ने आइफा जैसे आयोजन पर भी अनर्गल टिप्पणी कर डाली है, क्योंकि वह उनकी पुरानी आदत है। यदि कोई हाईवे के किनारे ढाबा लेकर आता है तो भी हमें उसका स्वागत करना चाहिए।
RRS पर जूली की टिप्पणी पर दिया ये जवाब
सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई संगठन नहीं मिलेगा जो आरएसएस की होड़ कर सके। उन्होंने अपनी दो-दो तीन-तीन पीढ़ियां खपा दी है। वहां पर जाति धर्म नहीं देखा जाता है। कितना काम करते हुए इस देश और समाज को दिशा देने का भी काम कर रहे हैं। वह मां भारती के सच्चे भक्त के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संघ में काम करते-करते 40 साल हो जाते हैं और हमें उस व्यक्ति के बारे में पता नहीं लगता कि उसकी जाति क्या है। सीएम ने कहा कि कोई ऐसी बातें करता है तो मन में पीड़ा होती है। दुनिया में कोई भी ऐसा संगठन नहीं है जो RSS की बराबरी कर सके।
MLA लीड फंड पर विपक्ष पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हम विधायकों को भरपूर पैसा दे रहे हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष टिकाराम जूली ने आरोप लगाया कि एमएलए लीड फंड के लिए हमसे प्रस्ताव ही नहीं लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने विधायक फंड के तहत 23 करोड़ रुपये दिए हैं, जबकि पहले ऐसा कब होता था! कांग्रेस राज में सामाजिक सुरक्षा का फंड चार महीने की देरी से जारी होता था।
कप्तान रोहित शर्मा को लेकर दिया था बयान
सीएम ने कहा कि कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने तो देश के क्रिकेट कप्तान को भी नहीं बख्शा। उन पर भी अशोभनीय टिप्पणी कर दी। अनर्गल टिप्पणी करना कांग्रेस की आदत बन गई है। बता दें कांग्रेस की एक राष्ट्रीय प्रवक्ता ने इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर गलत बयानबाजी की थी।
नेता प्रतिपक्ष को मेरी सरपंची से भी रंज
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को मेरी सरपंची से भी बड़ा रंज है। वे कई टिप्पणियां करते रहते हैं। मैं डबल इंजन की सरकार और उनकी सरकार के बीच अंतर भी बताता हूं। सीएम ने शायराना अंदाज में दोनों सरकारों की तुलना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली जाने पर लोग पूछते हैं, बार-बार केंद्र क्यों जाते हो? जवाब में मैं कहता हूं कि केंद्र से कुछ लेकर आते हैं, इसलिए बार-बार जाते हैं।
किसे निकम्मा-नकारा कहा गया?- CM
बजट पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार, बजरी माफिया और अपराध की स्थिति पर विपक्ष बड़ी-बड़ी बातें करके खुद को साफ साबित करने की कोशिश करता है। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि पेपर लीक किसके समय में हुए, बजरी के संबंध में गलत फैसले किसने लिए, कौन तख्ती लगाकर आया और किसने खूब मलाई खाई। किसे निकम्मा-नकारा जैसे शब्द कहे गए? किसके राज में मिनी सीएम घूम-घूमकर भ्रष्टाचार फैलाते थे? फोन टैपिंग के समय कौन होटलों में बैठा रहा? जेजीएम का घपला राजस्थान की जनता अच्छी तरह जानती है। डिप्टी सीएम का हाल कभी बुरा नहीं था। अब ऐसा बिल्कुल नहीं चलेगा। जब गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, तब केंद्र की कांग्रेस सरकार ने बीजेपी सरकार को पर्याप्त धन नहीं दिया। कांग्रेस वालों को देखना चाहिए कि उनकी सरकारों ने किस तरह का काम किया। दूसरों पर उंगली उठाने से पहले सोचना चाहिए कि चार उंगलियां अपनी ओर भी उठती हैं। अगर गड़बड़ियां न हुई होतीं, तो राजस्थान की जनता आपको बाहर और हमें यहाँ न बिठाती।
मुख्यमंत्री ने धारीवाल पर कसा तंज
मुख्यमंत्री ने धारीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि कोटा उत्तर से आने वाले सदस्य को अब महिलाओं की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। उनके लिए मैं यही कहूंगा कि देर आए, दुरुस्त आए। आपकी महिलाओं के प्रति भावनाओं से सब परिचित हैं। हमारी सरकार के पहले साल में महिला अत्याचार के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। सीएम ने कहा कि दुष्कर्म के साथ हत्या के मामलों में 7.23 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई है। दहेज उत्पीड़न के मामलों में भी कमी आई है। कुल मिलाकर, हमारे शासन में महिला अत्याचार के मामलों में 10.5 प्रतिशत की कमी हुई है। बताते चलें कि शांति धारीवाल ने कांग्रेस शासन के दौरान विधानसभा में रेप के बढ़ते मामलों पर मजाकिया अंदाज में कहा था राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। उनके इस बयान पर विधानसभा चुनाव में खूब सियासत हुई थी।
यमुना का पानी लाने के लिए बनी टास्क फोर्स
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारे विपक्ष के साथियों को जनता पर भरोसा नहीं है, लेकिन जनता सब कुछ जानती है। उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहिए कि उनके मुंह से निकला हर शब्द जनता के विकास के लिए है। हमने जो वादे जनता से किए हैं, उन्हें हम बार-बार याद दिलाते हैं। मैं खुद जनसभाओं और सदन में बताता हूं कि संकल्प पत्र में शामिल हर संकल्प को हम पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घोषणा की कि 5 मार्च को हरियाणा सरकार के साथ मिलकर एक संयुक्त डीपीआर तैयार करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसका उद्देश्य हरियाणा के साथ समझौते के तहत शेखावाटी क्षेत्र में यमुना का पानी लाना है।
धारीवाल के कार्यकाल में हुए कार्यों की होगी जांच
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घोषणा की कि पूर्व मंत्री शांति धारीवाल के समय में कोटा के रिवर फ्रंट सहित राज्यभर में हुए कार्यों की जांच की जाएगी। इसके साथ ही, पट्टों के वितरण और उनके द्वारा स्वीकृत सभी भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
सीएम भजनलाल की अन्य घोषणाएं-
– शिक्षक बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ते की जगह प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत ₹6000 मासिक भत्ते का विकल्प दिया जाएगा। जयपुर में जोधपुर आईआईटी कैंपस खोलने के प्रयास किए जाएंगे। बाड़मेर में आदर्श विद्यालय स्थापित होगा। राजसमंद में भेड़पालकों के बच्चों के लिए आवासीय स्कूल खोला जाएगा। वन विभाग में 1000, पटवारी के 4799 और स्कूल शिक्षकों के 10,000 पदों पर भर्ती होगी। मुख्यमंत्री युवा रोजगार प्रोत्साहन योजना शुरू होगी, जिसमें युवाओं को एकमुश्त ₹10,000 की सहायता दी जाएगी। – दौसा-बांदीकुई और बालोतरा में नगर विकास न्यास (यूआईटी) का गठन किया जाएगा। – 30 मार्च को राजस्थान दिवस का व्यापक आयोजन करने के लिए ₹25 करोड़ का प्रावधान किया गया है। – प्रदेश में अगले वित्त वर्ष में 2500 हैंडपंप लगाए जाएंगे। गर्मियों के लिए हर कलेक्टर को ₹1 करोड़ का अनटाइड फंड दिया जाएगा, जिससे वे पानी के टैंकरों की व्यवस्था कर सकेंगे।
– हर विधानसभा क्षेत्र में ₹10 करोड़ की लागत से सड़कें बनेंगी, जिसमें ₹5 करोड़ की मिसिंग लिंक सड़कें शामिल होंगी। जीरो एक्सीडेंट जोन चिह्नित किए जाएंगे। हाईवे के किनारे ड्राइवरों के लिए विश्राम स्थल बनाए जाएंगे। 10 ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन स्थापित होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात सुविधा के लिए 2000 नए परमिट जारी किए जाएंगे।
– प्रवासी राजस्थानियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मेलबर्न, नैरोबी, कंबोडिया, दुबई सहित कई देशों में राजस्थान फाउंडेशन की स्थापना होगी। – आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाइयों के लिए ₹30 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है।
– गरीबी मुक्त गांव बनाए जाएंगे, जिनमें चिह्नित गांवों के सभी बीपीएल परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया जाएगा। अगले साल 5000 गांवों के लिए ₹300 करोड़ का प्रावधान किया गया है। – दिव्यांग युवाओं को अब 2000 की जगह 2500 स्कूटी दी जाएंगी।
– लखपति दीदी को राजस्थान में सम्मानित किया जाएगा। उन्हें 1.5 प्रतिशत ब्याज दर पर ₹1 लाख की बजाय अब ₹1.5 लाख का ऋण दिया जाएगा। – किसानों को 7000 सोलर पंप लगाने के लिए अनुदान मिलेगा। भूमि विकास बैंक से कर्ज लेने वाले किसानों के लिए वन टाइम सेटलमेंट योजना शुरू होगी, जिस पर ₹200 करोड़ खर्च होंगे।
– देशी पशुओं के विकास और संवर्धन के लिए पाली में सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना ₹10 करोड़ की लागत से की जाएगी। – जैसलमेर में राज्य पक्षी गोडावण की रक्षा के लिए डेजर्ट नेशनल पार्क में एक जोन स्थापित होगा। भरतपुर में नया बायोलॉजिकल पार्क बनाया जाएगा। पाली में देशी पशुओं के लिए पहला सेंटर फॉर एक्सीलेंस स्थापित होगा, जिस पर ₹10 करोड़ खर्च होंगे।
– राजस्थान नागरिक सुरक्षा अधिनियम लाया जाएगा। इसके तहत सर्विलांस तंत्र के विकास के लिए 25,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। महिला सुरक्षा के लिए पेट्रोलिंग यूनिट वाहनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। पुलिस में 10,000 पदों पर भर्ती होगी। 70 मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट्स की स्थापना की जाएगी। अभियोजन विभाग में 200 नए पद सृजित होंगे। पुलिस के लिए 400 नए वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे।
– लीगल क्षमता विकसित करने के लिए जोधपुर की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना होगी। राजस्थान डिजिटल मिशन शुरू किया जाएगा। नई एआई मशीनों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को प्राथमिकता दी जाएगी।
– मंत्रालय कर्मचारियों के लिए मंत्रालय निदेशालय का गठन होगा, ताकि कर्मचारी अपनी बात रख सकें। – 25 नई नगर पालिकाओं का गठन किया जाएगा। 4 नगरीय निकायों को उन्नत किया जाएगा। – एमएलए लीड फंड से निजी संगठनों के उपयुक्त कार्यों पर अब ₹10 लाख की बजाय ₹25 लाख खर्च किए जा सकेंगे।
– राज्य प्रशासनिक पुनर्गठन सलाहकार समिति का गठन होगा। – पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए नए आठ जिलों में मिनी सचिवालय बनाए जाएंगे। – राजस्थान के सभी 200 विधायकों को भजनलाल सरकार की तरफ से आज से लैपटॉप उपलब्ध करवाएं जाएंगे।