Rajasthan Assembly Budget Session: राजस्थान विधानसभा में सोमवार को गृह विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार की जुबान फिसल गई और उन्होंने सदन में गाली दे दी। यह घटना उस समय हुई जब वे पूर्व मंत्री शांति धारीवाल पर तंज कस रहे थे। इस पर सदन में हंगामा मच गया और बीजेपी विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई।
गृह विभाग पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने शांति धारीवाल की पिछली सरकार में गृह मंत्री के रूप में भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधानसभा में मोबाइल नहीं चलता, तो जेल में मोबाइल कैसे चलता है? अभी धारीवाल जी भाषण (…यहां मुंह से गाली निकली) दे रहे थे। अरे, तुमने सुधार किया ही नहीं। ढाई साल मंत्री रहे, थैला लेकर घूमते रहे। जब मैंने कहा था तो कहते थे, मेरे बस की बात नहीं है। अगर बस की बात नहीं थी, तो फिर क्या करोगे?
विधायक श्रवण कुमार की इस टिप्पणी में गाली आने पर सदन में हंगामा हो गया। हालांकि, उन्होंने तुरंत अपनी गलती सुधारी, लेकिन बीजेपी विधायकों ने इस पर आपत्ति जताई और माफी की मांग की।
जेल में अनियमितताओं पर उठाए सवाल
श्रवण कुमार ने जेल प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जेलों में भ्रष्टाचार चरम पर है। सरप्राइज चेकिंग होनी चाहिए, लेकिन जब पहले ही सूचना दे दी जाती है, तो चेकिंग का क्या फायदा? अधिकारी पहले से ही तैयार रहते हैं, मिठाइयां रख दी जाती हैं और बीजेपी वाले बैठकर आनंद लेते हैं। बीजेपी यानी ‘बैठो, जीमो, पधारो’।
इसके अलावा उन्होंने जेलों में अपराधियों को दी जा रही सुविधाओं पर भी सवाल उठाया और कहा कि अगर जेलों में अपराधियों को वीआईपी सुविधाएं मिलेंगी, तो मुख्यमंत्री को जेल से धमकी मिलने जैसी घटनाएं होती रहेंगी।
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‘बाप’ शब्द पर भी हुआ विवाद
इससे पहले विधानसभा में ‘दादी’ शब्द को लेकर विवाद हो चुका था, अब कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल की एक टिप्पणी पर ‘बाप’ शब्द पर भी आपत्ति जताई गई। धारीवाल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के नेता अपराधियों को बचाते हैं। बिना हेलमेट पकड़े जाने पर बीजेपी कार्यकर्ता ट्रैफिक पुलिस वाले से कहते हैं- ले, तेरे पिताजी से बात कर। इस पर संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ‘पिता’ शब्द का इस तरह का उपयोग अनुचित है और इसे कार्यवाही से हटाने की मांग की। सभापति ने इस शब्द को कार्यवाही से निकालने के आदेश दे दिए।
विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर भी हंगामा
इससे पहले विधानसभा में RLD विधायक सुभाष गर्ग के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश होने पर भी भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया और स्पीकर वासुदेव देवनानी पर पक्षपात का आरोप लगाया। इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि विधायकों को डराने-धमकाने की कोशिश हो रही है। अगर इस तरह के प्रस्ताव लाए गए, तो कोई विधायक अपने क्षेत्र की समस्याएं नहीं उठा पाएगा।