Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को शिक्षा की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान भारी हंगामा हो गया। शिक्षामंत्री मदन दिलावर के जवाब के समय कांग्रेस विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। मदन दिलावर ने पेपर लीक, प्रमोशन को लेकर पिछली कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कड़ी आपत्ति जाहिर की। कांग्रेस विधायकों ने इन आरोपों को सदन की कार्यवाही से निकालने की मांग की।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की अनुदान मांगों पर जवाब देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार भी बहुत जरूरी हैं, संस्कार बाजार में नहीं मिलते। बच्चा शिक्षक से ही सीखता है। शिक्षकों को बच्चों के सामने आदर्श पेश करना चाहिए।
पिछली सरकार ने पेपर बेचे, करोड़ो कमाए- शिक्षामंत्री
मदन दिलावर ने कहा कि जवाब में कहा कि कांग्रेस राज में अफसर-कर्मचारियों का गला घोंटा गया। उनके प्रमोशन अटकाए गए, उन्हें अपमानित किया। 5 साल तक वह मांग करते रहे और उनके प्रमोशन को उलझाकर रखा। हमारी सरकार ने आते ही 25000 पेंडिंग प्रमोशन किए, उनकी डीपीसी करवाई।
साथ ही शिक्षामंत्री ने कहा कि कांग्रेस राज में भर्ती करने का झूठा प्रयास किया, पेपर आउट हो गए। बल्कि पेपर आउट नहीं हुए, इन्होंने बेचे और करोड़ों रुपए कमाए। धंधा बना लिया, जेब भरी और राजस्थान का युवा लुट गया।
विपक्ष ने सदन में मचाया हंगामा
इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कड़ी आपत्ति जताते हुए आरोपों को सदन की कार्यवाही से निकालने की मांग की। जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इस तरह आरोप लगाकर आप सदन में नई परिपाटी मत डालिए। हम भी आरोप लगाएंगे कि भाजपा के लोग चोरी कर रहे हैं, घोटाले कर रही हैं। कांग्रेस विधायक संसदीय कार्य मंत्री और स्पीकर से सहमत नहीं हुए तो कांग्रेस विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। मंत्री के जवाब के दौरान हंगामा और नारेबाजी जारी रही।