इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी जैसलमेर के मोहनगढ़ क्षेत्र का निवासी है और उसे गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। अब उसे जैसलमेर ले जाकर यह पुष्टि की जाएगी कि उसने भारतीय सेना और किन-किन सामरिक क्षेत्रों की तस्वीरें, वीडियो और अन्य जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भेजी थीं।
राजस्थान इंटेलिजेंस के साथ भारतीय खुफिया एजेन्सियों के अधिकारी आरोपी पठान से पूछताछ करने में जुटे हैं। जयपुर इंटेलिजेंस मुख्यालय में आरोपी से कई घंटे पूछताछ की गई। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने भारत की तीन मोबाइल सिम भी आइएसआइ के एजेंट को उपलब्ध करवाई थीं।
2013 में गया था पाकिस्तान
गौरतलब है कि पठान खान वर्ष 2013 में पाकिस्तान गया था, जहां वह आइएसआइ के अधिकारियों के संपर्क में आया और पैसों के लालच में जासूसी का प्रशिक्षण भी लिया। भारत लौटने के बाद उसने जैसलमेर के सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इलाकों की जानकारी पाकिस्तान को भेजनी शुरू कर दी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद आइएसआइ ने भारत में अपने जासूसों को फिर से सक्रिय किया है। एजेंसी अब पर्यटक और अन्य तरीकों से भारतीय नागरिकों को गुमराह कर सेना से जुड़ी जानकारी इकट्ठा कर रही है।