बागीदौरा विधायक जय कृष्ण पटेल गिरफ्तार, बड़ा सवाल- रुपयों से भरा बैग किसे सौंपा… कैसे किया गायब, जानें
Bagidora MLA Arrested Update : जयपुर में एसीबी ने बागीदौरा विधायक जय कृष्ण पटेल को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेने पर गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। जिनमें एसीबी की टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रुपयों से भरा बैग किसे सौंपा गया और उसे कैसे गायब किया गया। पढ़ें पूरी खबर।
Bagidora MLA Arrested Update : जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने विधायक जय कृष्ण पटेल के रिश्तेदार विजय कुमार पटेल को हिरासत में लिया है। विजय कुमार पटेल खनन व्यवसायी रविन्द्र कुमार मीना को मालवीय नगर से लेकर विधायक क्वार्टर पहुंचा था। एसीबी की टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रुपयों से भरा बैग किसे सौंपा गया और उसे कैसे गायब किया गया।
विधायक क्वार्टर में लगे कई सीसीटीवी कैमरे बंद मिले
चौंकाने वाली बात यह है कि विधायक क्वार्टर में लगे कई सीसीटीवी कैमरे बंद मिले। इसके चलते एसीबी की टीम देर रात तक क्षेत्र में लगे अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालती रही। खनन व्यवसायी रविन्द्र ने आरोप लगाया है कि विधायक ने विधानसभा में करौली खनन विभाग से एक प्रश्न पूछा था 1958 से संचालित खान से अब तक कितनी रेत, बजरी और पत्थर निकाला गया। हालांकि एसीबी ने इस प्रश्न की अभी पुष्टि नहीं की है।
विधायक ने विधानसभा में सवाल लगाए
रविन्द्र का कहना है कि टोडाभीम क्षेत्र में स्थित उनकी दो सोपस्टोन की खानों पर अवैध खनन के आरोप लगाकर विधायक ने विधानसभा में सवाल लगाए। इसके बाद विधायक ने उनसे संपर्क कर यह जानकारी दी कि वे प्रश्न वापस ले सकते हैं और भविष्य में उनसे जुड़े विषयों पर सवाल नहीं पूछने की एवज में रिश्वत मांगी। आरोप यह भी है कि विधायक ने अन्य 4-5 खनन कारोबारियों के खिलाफ भी इसी तरह के प्रश्न लगाए हैं।
इन लोगों से भी हुई पूछताछ
एसीबी ने विधायक के ड्राइवर राजेश पटेल, गनमैन बलवीर, जनसुनवाई प्रकोष्ठ में परिवादियों की शिकायतों का डेटा संभालने वाले मनोज पटेल और सोशल मीडिया अकाउंट संभालने वाले रौनक से भी पूछताछ की। ये सभी लोग बागीदौरा से विधायक के साथ जयपुर आए थे। प्रारंभिक पूछताछ में इनकी कोई सीधी भूमिका सामने नहीं आई है। ड्राइवर ने बताया कि विधायक ने कहा था कि जयपुर में कुछ घंटे रुककर फिर लौटना है। सभी लोग शनिवार रात बागीदौरा से निकले और रविवार सुबह साढ़े छह बजे जयपुर पहुंचे। उसी दिन सुबह 10.30 बजे विजय कुमार पटेल, खनन व्यवसायी को लेकर विधायक क्वार्टर पहुँचा। आरोप है कि विधायक अपने आठवीं मंजिल स्थित फ्लैट से नीचे आकर खनन व्यवसायी की गाड़ी में बैठा और वहीं पर रिश्वत की राशि ली।
नेम प्लेट हटाकर छिपाने की कोशिश
एसीबी टीम के विधायक आवास पर पहुंचने की सूचना के बाद फ्लैट के बाहर लगी नेम प्लेट हटा दी गई। चर्चा यह रही कि आठवीं मंजिल पर सभी विधायकों की नेम प्लेट हटा दी गई थी। हालांकि फ्लैट के बाहर नेम प्लेट हटी भी मिली।
विधायक को लेकर बेसमेंट में पहुंचे
मीडिया की मौजूदगी को देखते हुए एसीबी टीम ने विधायक को चुपचाप निकालने की योजना बनाई। आठवीं मंजिल पर मौजूद सभी लिफ्टों को पहले भूतल पर भेजा गया, फिर एक लिफ्ट से विधायक को नीचे लाकर सीधे बेसमेंट में ले जाया गया, जहां पहले से खड़ी गाड़ी में उन्हें बैठाकर एसीबी मुख्यालय ले जाया गया। हालांकि कुछ पत्रकार सीढ़ियों से बेसमेंट तक पहुँच गए और उन्होंने विधायक की तस्वीरें खींचीं व वीडियो बनाए।