पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के एक वायरल वीडियो ने प्रदेश की सियायत को गरम कर दिया है। इस वीडियो में राजेंद्र गुढ़ा ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व मंत्री महेश जोशी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री महेश जोशी ने 960 करोड़ रुपए अकेले नहीं खाए, उसमें अशोक गहलोत का भी हिस्सा था। वहां पैसों का ढेर लगता था, सबसे बड़ा ढेर मुख्यमंत्री ही लेकर जाता था।
साथ ही राजेंद्र गुढ़ा ने झुंझुनूं के जिला परिवहन अधिकारी (DTO) मक्खन लाल जांगिड़ को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। जिस लेकर शुक्रवार को डीटीओ ने उनके खिलाफ परिवहन सचिव को लेटर लिखा है। राजेंद्र गुढ़ा ने झुंझुनूं जिला परिवहन अधिकारी (DTO) कार्यालय के बाहर डंपर यूनियन की ओर से चल रहे धरने के दौरान बयान दिया था।
DTO ने गुढ़ा के खिलाफ लिखा पत्र
पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने डंपरों की आरसी निलंबन के विरोध में DTO कार्यालय के घेराव कार्यक्रम के दौरान कहा कि मखनलाल जांगिड़ (DTO)सबसे बड़ा चोर है। सभी सरकारी विभागों में सबसे भ्रष्ट विभाग RTO है। पुलिस वाले तो चोर कहे जाते हैं, लेकिन असली चोर तो RTO वाले हैं। ठेले वालों से पुलिस 100-200 लेकर चले जाते हैं, जबकि RTO अधिकारी मोटी फीस वसूलते हैं। इससे (मक्खन लाल जांगिड़) बड़ा चोर कोई नहीं हो सकता। यह एक-एक व्यक्ति को निशाना बनाकर लूटते हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों की सैलरी जनता के टैक्स से दी जाती है, फिर भी यह लोग गरीबों को लूटने में लगे रहते हैं। मखनलाल जैसे लोग लोगों के खून पी रहे हैं, ये भ्रष्ट और बेईमान हैं। इनकी किडनी और लिवर फट जाएंगे, हार्ट अटैक आएगा और रीड की हड्डी भी टूट जाएगी। उन्होंने कहा कि ठंडी-ठंडी हवा में अंदर बैठा है। इसके बाद उन्होंने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए टिप्पणी की। जिसे लेकर मक्खन लाल जांगिड़ (DTO) ने परिवहन सचिव को लैटर लिखकर मामले में संज्ञान लेने की मांग की है।
डंपर यूनियन का आंदोलन
बीते दिनों जिला परिवहन विभाग ने ओवरलोड डंपरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। इस पर डंपर यूनियन ने जारी किए गए ई-रवन्ना चालानों को माफ करने और निलंबित किए गए 229 डंपरों के पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) को बहाल करने की मांग की थी। जिसे लेकर डंपर यूनियन की ओर आंदोलन किया जा रहा था।