वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना: जयपुर से आज रामेश्वरम के लिए रवाना होगी पहली एसी ट्रेन, जानें क्यों खास है ये ट्रेन
पहली बार वातानुकूलित ट्रेन से राजस्थान के वरिष्ठजन तीर्थयात्रा के लिए रवाना होंगे। मुख्यमंत्री आज दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रामेश्वरम् के लिए रवाना करेंगे।
ढेहर का बालाजी स्टेशन पर खड़ी ट्रेन। फोटो: पत्रिका
जयपुर। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा अनुसार देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना-2025 के तहत आज पहली बार वातानुकूलित ट्रेन से प्रदेश के वरिष्ठजन विभिन्न तीर्थों के लिए रवाना होंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सुबह 10 बजे दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रामेश्वरम् के लिए रवाना करेंगे।
विभाग के आयुक्त वासुदेव मालावत ने बताया कि राजस्थान वाहिनी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन को राजस्थान की संस्कृति के अनुरूप सुसज्जित किया गया है। वरिष्ठजन के आवास व खाने से लेकर यात्रा का संपूर्ण खर्च नि:शुल्क रहेगा।
जानें क्यों खास है ये ट्रेन?
ट्रेन में कुल 14 कोच लगाए गए हैं। स्वर्णिम आभा को प्रदर्शित करने के लिए थीम में केसरिया रंग को चुना गया। ट्रेन में एक कोच को विशेष रूप से सेना में राजस्थान के योगदान को समर्पित किया है। इस पर जैसलमेर वार म्यूजियम, तनोट बॉर्डर, महाजन (महाद्वीप की सबसे बड़ी) फायरिंग रेंज का चित्रण प्रमुख है। पैंट्री कार में राजस्थान के व्यंजनों कैर-सांगरी, बाजरे की रोटी, राबड़ी, लस्सी और कुल्फी का स्वाद भी चख सकेंगे बुजुर्ग। पहली बार ऐप विकसित कर तीर्थयात्रियों को दी गई सूचना।
8 दिवसीय यात्रा
विशष ट्रेन आठ दिवसीय यात्रा के लिए रामेश्वरम् के लिए रवाना होगी। वहां रामनाथ स्वामी ज्योतिर्लिंग, धनुषकोटि, ब्रह्मकुंड के साथ ही मदुरै में मीनाश्री मंदिर के दर्शन करवाए जाएंगे। ट्रेन सवाई माधोपुर दोपहर 11.30 बजे पहुंचेगी। ट्रेन में दोनों स्टेशनों से लगभग 800 यात्री सवार होंगे। कोच में से प्रत्येक यात्री कोच पर राजस्थान के दुर्ग, किलों पुरासपदा, मंदिर, नृत्य, वाद्य, उत्सव, कला, वन्य जीवों की झलक दिखेगी।
वित्तीय वर्ष 2025—2026 में 50 हजार वरिष्ठ नागरिकों को वातानुकूलित ट्रेन से और छह हजार को हवाईजहाज से पशुपतिनाथ की यात्रा करवाई जाएगी। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया जून के तीसरे सप्ताह से शुरू होने के आसार हैं।