डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में जमवारामगढ़ के चारणवास स्थित काली पहाड़ी निवासी विक्रम यादव, दौलतपुरा स्थित नांगल पुरोहितान निवासी मोनू जांगिड़ और कालाडेरा निवासी सुरेश कुमार शामिल हैं। इनसे पूछताछ कर अन्य साथियों की जानकारी ली जा रही है। पीड़ित छात्र को परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है।
महिला कांस्टेबलों ने की घेराबंदी
पुलिस ने महिला कांस्टेबलों को सादा पोशाक में एक वाहन में बैठाकर चंदवाजी क्षेत्र में रवाना किया। जैसे ही पुलिस आरोपियों के पास पहुंची, वे गांव के रास्तों में वाहन ले गए। पुलिस ने करीब 30 किलोमीटर तक उनका पीछा किया। इसके बाद आरोपी वाहन छोड़कर पैदल भागे, लेकिन पुलिस ने 5 किलोमीटर तक पीछा कर घेराबंदी करते हुए तीन आरोपियों को पकड़ लिया। अन्य चार-पांच आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
ये है पूरा मामला
एसीपी शिवरतन गोदारा ने बताया कि 3 जुलाई को पीड़ित छात्र के ममेरे भाई ने थाने में मामला दर्ज कराया। उसने बताया कि 2 जुलाई की रात को उसके फुफेरे भाई का फोन आया, जो जयपुर में किराये पर रहकर पढ़ाई कर रहा था। फोन पर छात्र ने बताया कि आशीष, राजेश गुर्जर, नितिन, गजराज और उनके पांच-छह साथियों ने उसका अपहरण कर लिया है। फोन पर ही आरोपी आशीष ने छात्र के ममेरे भाई से कहा कि 2 लाख रुपए मानसरोवर के वंदेमातर सर्कल पर लेकर आओ, नहीं तो छात्र को जान से मार देंगे। इसके बाद पुलिस टीम गठित की गई और करीब 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के साथ तकनीकी सहायता से पता चला कि आरोपी छात्र को जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के चंदवाजी के आसपास लेकर घूम रहे हैं।